सिठानी की चम्मच | importance-of-the-word-of-god
हेलो दोस्तों आज हम importance of the Word of God पर दो बेहतरीन कहानियां सुनने जा रहे हैं
- एक धनी परिवार ने अपने घर में पास्टर को बुलवाकर धन्यवादी प्रार्थना रखवाई।
- प्रार्थना के दौरान पास्टर ने परमेश्वर के वचन (बाइबल) को प्रतिदिन पढ़ने की महत्ता पर जोर देकर उपदेश दिया।
- इस पर धनी सेठ की पत्नी बीच में ही बोल पड़ी…हाँ जी पास्टर जी हम तो बिना बाइबल पढ़े अपना दिन शुरू ही नहीं करते। हम रोज सुबह और शाम बाइबल पढ़ते हैं….परमेश्वर का वचन पढने से हमें बहुत आशीष मिलती है..।
- यह सुनकर पास्टर जी मुस्कुराए और प्रार्थना के साथ मीटिंग को समाप्त किया।
- उस परिवार ने तुरंत पास्टर जी के लिए उसी टेबिल में भोजन भी परोसा और खाना सुंदर थाली में था और पास्टर जी को खाना खाने के लिए सुनहरी चम्मच दी गई। सारे बर्तन मंहगे दिख रहे थे जगमगा रहे थे।
- पास्टर जी खाना खाने के पश्चात धन्यवाद देकर अपने घर चले गए।
- लेकिन घर की मालकिन (सेठानी) बड़ी बैचेन थी। बड़े देर से कुछ खोज रही थी…यह देखकर धनी सेठ ने पूछा क्या हुआ? क्या ढूँढ़ रही हो?
- सिठानी ने कहा पता नहीं जो चम्मच पास्टर जी को खाना खाने के लिए दी थी वो नहीं मिल रही है।
- धनी सेठ ने कहा नहीं नहीं वो प्रार्थना वाले व्यक्ति हैं…हमें उन पर शक नहीं करना चाहिए!!
- अरे उनके बाद और कौन आया था जो हमारी चम्मच ले जा सकता है ? …नहीं तो दिखाई क्यों नहीं दे रही है मैंने पूरी जगह देख ली चम्मच कहीं दिखाई ही नहीं दे रही है…
- सेठ ने कहा अरे कोई बात नहीं एक चम्मच की ही तो बात है जाने दो।
- लेकिन सिठानी थी की चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी…कहती मेरा चम्मच का सेट बिगड़ गया।
- सेठ को विश्वास नहीं हो रहा था की पास्टर भी ऐसा कर सकते हैं…लेकिन पास्टर से पूछने की किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी।
- लगभग चार महीने बाद उन्होंने फिर से एक प्रार्थना मीटिंग अपने घर में रखवाई और उसी पास्टर को अपने घर बुलवाया।
- जैसे ही पास्टर उनके घर आकर बैठे सेठ की पत्नी से रहा नहीं गया और कहने लगी पास्टर जी आप बुरा मत मानना लेकिन मैं आपसे कुछ पूछना चाहती हूँ।
- पास्टर जी ने कहा बोलिए बहन जी क्या पूछना चाहती हो।
- सेठ की पत्नी ने पास्टर से पूछ ही लिया कि पास्टर जी पिछली बार जब आप आए थे उस दिन से मेरी सुनहरी चम्मच नहीं मिल रही है।
- पास्टर जी ने उससे पूछा क्या आपने आज बाइबल पढ़ी है??
- स्त्री ने कहा हाँ हम रोज दो बार बाइबल पढ़ते हैं।
- पास्टर जी ने कहा क्या आप अपनी बाइबल को खोलोगे।
- स्त्री ने कहा हाँ जरूर खोलूंगी ….इतना कहकर जैसे ही उस स्त्री ने अपनी बाइबल खोली वह देखकर आश्चर्य चकित रह गई…क्योकि उसकी चम्मच उसकी ही बाइबल के अंदर बीचोबीच रखी हुई थी।
- पास्टर जी ने बताया उस दिन उनहोंने चम्मच को स्तेमाल के बाद धोकर सिठानी के ही बाइबल में रख दिया था।
जापानी कार
- एक व्यक्ति अपने पूरे शहर को दिखाना चाहता था की उसके पास कुछ ऐसा है जो उस शहर में किसी के पास नहीं है।
- इसलिए उसने एक बहुत सुंदर जापानी कार खरीदी। जिसके साथ उस कार को चलाने का मेंनुएल भी था।
- उस कार में सारे कलपुर्जों में जापानी भाषा में ही लिखा हुआ था। और जापानी भाषा उसे और उसके शहर के किसी को भी नहीं आती थी।
- उसने सोचा कोई बात नहीं, मैं यह जापानी भाषा सीखूंगा…और जापानी भाषा सीखने के लिए वह जापान गया और 5 वर्षों में उसने जापानी भाषा सीख लिया।
- जब वह वापस अपने देश आया तो उसे लगा मैंने तो भाषा सीख लिया लेकिन यदि यह कार खराब हो जाएगी तो इसे कौन ठीक करेगा…क्योंकि इस शहर में कोई ऐसा मेकेनिक नहीं है जो जापानी कार को ठीक कर सके। और जापान से किस मेकेनिक को बुलाऊंगा?
- इसलिए वह फिर से जापान गया और 5 वर्ष और लगाकर उसने मेकेनिक का काम सीखा और जापानी कार को खोलना और जोड़ना और सुधारना सीख लिया।
- उन्हीं दिनों किसी ने उससे कहा कि ट्रेफिक के नियम कानून भी सीख लो उसने एक और साल लगाकर ट्रेफिक के सारे नियम कानून भी सीख लिया।
- अब वह जापानी भाषा भी जानता था…और जापानी कार को सुधारना भी जानता था। और तो और ट्रेफिक के सारे नियम कानून भी जानता था।
- कई वर्षों की सारी शिक्षाओं के पश्चात जब वह अपने देश आया और अपनी कार के अंदर बैठ कर जैसे ही कार को स्टार्ट करने लगा तो उसे पता चला वो कार तो चलाना जानता ही नहीं।
- इसी प्रकार बहुत से लोगों का जीवन होता है वे बाइबल जो मानव जीवन में परमेश्वर का दिया हुआ वरदान है। उसके विषय में बहुत जानते हैं…सीखते हैं…उसकी मूल भाषा को सीखते हैं कई वर्षों को लगा कर बहुत समय और पैसे खर्च करते हैं परन्तु जिसके लिए बाइबल परमेश्वर ने उन्हें दी है अर्थात उसके अनुसार जीवन जीने के लिए वो ही नहीं करते।
बाइबल के महत्वपूर्ण वचन
हरेक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है । (2 तीमुथियुस 3:16)
धन्य हैं वे, जो जो परमेश्वर के वचन को सुनते और मानते हैं । (लूका 11:28)
घास सूख जाती है और फूल मुरझा जाता है परन्तु परमेश्वर का वचन सदा तक स्थिर रहेगा । (यशायाह 40:8)
एक जवान कैसे अपना चालचलन पवित्र रख सकता है, परमेश्वर के वचन के अनुसार सावधान रहने से। (भजन 119:9)
परमेश्वर का वचन सीधा है और उसका सब काम सच्चाई से होता है । (भजन 33:4)
तेरा वचन मेरे पैरों के लिए दीपक और मार्ग के लिए उजियाला है । (भजन 119:105)
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Vice Nice meaningful messages
Thank you sister may God bless you for your nice comment