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Hindi Christian Message | परमेश्वर के वचन को थामे रहो

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दोस्तों आज हम सीखेंगे कि परमेश्वर के वचन को थामे रहो | This Hindi Christian Message | Jesus calms the storm. | Hold on the word of God

“यीशु ने अपने चेलों से कहा; आओ, हम पार चलें.” (मरकुस 4:35)

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ये घटना तब कि है, जब अभी थोड़ी देर पहले यीशु ने एक बीज वोने वाले का दृष्टांत सुनाया था. जिसमें यीशु ने अपने चेलों और लोगों को (समुद्र) झील के किनारे समझाया था कि जब बीज बोया जाता है तो शैतान आकर उस वचन को उठा ले जाता है. (मरकुस 4:15)

उसके थोड़े देर बाद ही यीशु अपने चेलों के साथ झील के पार चलने के लिए कहता है. और वे भीड़ को छोड़कर जैसा वह था, वैसा ही उसे नाव पर साथ ले चले;

और उसके साथ, और भी नावें थीं. तब बड़ी आन्धी आई, और लहरें नाव पर यहां तक लगीं, कि वह अब पानी से भरी जाती थी. और वह आप पिछले भाग में गद्दी पर सो रहा था; तब उन्होंने उसे जगाकर उस से कहा; हे गुरू, क्या तुझे चिन्ता नहीं, कि हम नाश हुए जाते हैं?

तब उस ने उठकर आन्धी को डांटा, और पानी से कहा; “शान्त रह, थम जा”: और आन्धी थम गई और बड़ा चैन हो गया. और उन से कहा; तुम क्यों डरते हो? क्या तुम्हें अब तक विश्वास नहीं? अब सवाल है यीशु ने अपने चेलों को क्यों डांटा…

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परमेश्वर के वचन को थामे रहो

क्योंकि जब यीशु ने पहले ही कह दिया कि आओ हम पार चलें मतलब हम पार जाएगे. चेलों को चाहिए था कि परमेश्वर के उस वचन को कि “आओ पार चलें” उसे थामें रहना था.

स्वर्ग और पृथ्वी को बनाने वाला परमेश्वर स्वयं उस नांव में है और उसी ने आदेश दिया है कि आओ पार चलें तो क्या समुद्र जो उसी की सृष्टि है उसे डूबा सकती है है ? कदापि नहीं.

कई बार हम सोचते हैं यदि यीशु ने कहा, है तो हमारे जीवन में फिर कोई समस्या नहीं आएगी. देखिये समस्या तो आएगी क्योंकि कोई है जो प्रभु के वचन को फेल करने के लिए लगा रहता है इसलिए वो उसे फेल करने के लिए या असफल करने के लिए सब कुछ करेगा.

लेकिन याद रखें प्रभु ने कहा, है धरती और आकाश टल जाएगा लेकिन मेरा वचन कभी भी पूरा हुए बिना नहीं टलेगा. समस्या आएगीं आंधी तूफ़ान आएगा लेकिन आपको और मुझे उसके वचन में बने रहना है. उसके वचन को थामे रहना है.

क्योंकि वो वचन पूरा होकर रहेगा. चाहे कुछ भी हो जाए. उस वचन के विरोध में सारी परिस्थिति और हवाएं चलेंगी लेकिन यदि प्रभु ने मेरे जीवन में कुछ कहा है वो होकर ही रहेगा. प्रभु यीशु मसीह ही वचन है. (यूहन्ना 1:3)

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परमेश्वर की प्रतिज्ञा को अपने जीवन में थामे रहें

और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें; क्योंकि जिस ने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है. (इब्रानियों 10:23) 

यीशु मसीह ने इब्रानियों 13:5 में अपने लोगों से एक वायदा किया तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उस ने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा. धन आपके लिए स्वर्गराज्य को नहीं खरीद सकता, और न ही आपके लिए आपके जीवन का एक मिनिट भी खरीद सकता है लेकिन यदि आपके पास यीशु मसीह है तो आपके पास सब कुछ है. वो ही जीवन है मार्ग है और सत्य है.

परमेश्वर के वचन को थामें रहने में पवित्रात्मा की सहायता मांगे

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परमेश्वर-के-वचन-को-थामे-रहो Image by Niek Verlaan from Pixabay

अडिग बने रहो क्योंकि आपमें पवित्र आत्मा है. प्रभु यीशु ने कहा, जब पवित्रात्मा आएगा वो तुम्हें मेरे वचनों से लेकर तुम्हें सिखाएगा, सामर्थ देगा, इसलिए उसके वचन में अडिग बने रहें. जो युद्ध आप लड़ रहे हैं यदि आप प्रभु पर भरोषा करते हैं तो संग्राम यहोवा का है आपके पक्ष में परमेश्वर लड़ेगा…आप बस उसके वचन में बने रहें. संत पौलुस रोमियो की पत्री में 8:38 में कहते हैं क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई, न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी.

Conclusion:

प्रिय दोस्तों परमेश्वर के वचन को थामे रहो इस लेख में हमने देखा यदि हम परमेश्वर के वचन को जो हमारे जीवन में दिए गए हैं और उन प्रतिज्ञाओं को जो उसने अपने वचन में की हैं थामें रहें तो हम बड़ा प्रतिफल पाएंगे.

हम किसी भी परिस्थति में अडिग खड़े रह सकेंगे. समस्याएं आएंगी वचन के विरोध में हवाएं और तूफ़ान चलेंगी लेकिन स्मरण रहे जिसने आपसे वायदा किया है वो वायदा पूरा करने के लिए हमेशा आपके साथ है. वो कहता है मैं तुम्हें कभी न छोडूंगा और कभी न त्यागूँगा.

आपका युद्ध आपका नहीं बल्कि यहोवा का है वो कहता है तुम इस बड़ी भीड़ से मत डरो और तुम्हारा मन कच्चा न हो; क्योंकि युद्ध तुम्हारा नहीं, परमेश्वर का है।अब तुम्हें न लड़ना होगा क्योंकि संग्राम यहोवा का है. (2 इतिहास 20:15)

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पास्टर राजेश बावरिया (एक प्रेरक मसीही प्रचारक और बाइबल शिक्षक हैं)

rajeshkumarbavaria@gmail.com


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