बाइबल की कहानियां
मसीही जीवन एक पंक्षी के पंखो के समान है, जिसके दो पंख होते हैं उसे ऊंचाई में उड़ने के लिए दोनों पंख मजबूत होना जरूरी है. उसी प्रकार एक मसीही जीवन में परमेश्वर का वचन अर्थात बाइबल और प्रार्थना का जीवन दोनों मजबूत होना अति आवश्यक है…. यदि पंक्षी का केवल एक ही पंख होगा तो वह फड़फड़ाएगा लेकिन यदि प्रार्थना और बाइबल मनन दोनों हैं तो आत्मिक जीवन में वह उड़ेगा….