Rajesh Bavaria

बाइबल-के-वचन

पवित्रशास्त्र बाइबल परमेश्वर की लिखित वाणी हैं अर्थात परमेश्वर का जीवित वचन है आज उसमें से कुछ महत्वपूर्ण आशीषों और प्रतिज्ञाओं के वचन के हम पढ़ेंगे. विश्वास करता हूँ यह

प्रार्थना

मसीही जीवन एक पंक्षी के पंखो के समान है, जिसके दो पंख होते हैं उसे ऊंचाई में उड़ने के लिए दोनों पंख मजबूत होना जरूरी है. उसी प्रकार एक मसीही जीवन में परमेश्वर का वचन अर्थात बाइबल और प्रार्थना का जीवन दोनों मजबूत होना अति आवश्यक है…. यदि पंक्षी का केवल एक ही पंख होगा तो वह फड़फड़ाएगा लेकिन यदि प्रार्थना और बाइबल मनन दोनों हैं तो आत्मिक जीवन में वह उड़ेगा….

विश्वास

विश्वास को बढाने के उपाय, विश्वास ही है जो सारे संसार में राज्य करता है.

प्रेम-क्या-है

हेलो दोस्तों आज हम सीखेंगे बाइबल के अनुसार प्रेम क्या है ? और यह कैसे हमारी रक्षा करता है और अभिमान नहीं करता वरन सब बातें सह लेता है. प्रेम

मसीही-लघु-संदेश

आज हम तीन मसीही लघु संदेश देखेंगे जो हम प्रेयर सेल या घरेलू प्रार्थना में एक बाइबिल स्टडी के रूप में पढ़ सकते हैं और आत्मिक उन्नति कर सकते हैं.

एक-आदर्श-मसीही-परिवार

आज हम एक आदर्श मसीही परिवार के रूप में अक्विला और प्रिस्किल्ला के जीवन को देखने जा रहे हैं जिसमें हम उनके गुणों को देखने जा रहे हैं. प्रेरितों के

बाइबल-पढ़ने-के-फायदे

“बाइबल पढ़ने का प्रार्थमिक उद्देश्य बाइबल को जानना नहीं बल्कि परमेश्वर को जानना है.” जेम्स मेरिट बाइबल पढ़ने के फायदे अद्भुत हैं. इस दुनिया में प्रभु यीशु के बाद यदि

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