जीवनी

आदर्श-पत्नी

एक भली और आदर्श पत्नी कौन पा सकता है बाइबिल बताती है उसका मूल्य तो मुंगे से भी कहीं बढ़कर है. पवित्रशास्त कहता है एक बुद्धिमान पत्नी अपने हाथों से […]

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दोस्तों आज हम सीखेंगे चिंता कैसे त्यागें How not to worry प्रेरक प्रसंग | Prerak Prasang हमारे प्रोत्साहन और मोटिवेशन का एक उत्तम माध्यम है तो आइये सुनते हैं प्रेरक

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यीशु का नामकरण स्वर्ग में हुआ…क्योकि स्वर्गदूत ने आकर मरियम और युसुफ को बताया कि उसका नाम यीशु रखना। जिसका मतलब है ‘परमेश्वर उद्धार करता है…बचाता है” यीशु को अंग्रेजी में जीसस कहा जाता है जो मूल भाषा यूनानी से लिया गया है…यूनानी भाषा में ‘इसुस’ है…इब्रानी भाषा में येशुआ है जिसका अर्थ है, ‘यहोवा उद्धार करता है’।

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