दोस्तों आज हम चर्चा करेंगे अपने वरदान को बेचना | Short Bible messages for youth पर कि किस प्रकार ऐसाव ने याकूब के हाथ अपने वरदान बेच दिया.
अपने वरदान को बेचना | Short Bible messages for youth
ऐसा न हो, कि कोई जन व्यभिचारी, या ऐसाव के समान अधर्मी हो, जिस ने एक बार के भोजन के बदले अपने पहिलौठे होने का पद बेच डाला. तुम जानते तो हो, कि बाद को जब उस ने आशीष पानी चाही, तो अयोग्य गिना गया, और आंसू बहा बहाकर खोजने पर भी मन फिराव का अवसर उसे न मिला.
(इब्रानियों 12:16-17)
याकूब और एसाव की कहानी
परमेश्वर के वचन पवित्र बाइबल में उत्त्पति कि पुस्तक में एक कहानी पाई जाती है अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी रिबका जब गर्भवती थी तब परमेश्वर ने कहा था इसके पेट में दो जातियां हैं. (उत्पति 25:23)
क्योंकि उसके पेट में दो बच्चे थे जो आपस में लड़ रहे थे. जब बच्चों का जन्म हुआ तो वे जुड़वाँ थे और पहले ऐसाव का जन्म हुआ और ऐसाव की पैर कि एड़ी पकड़ते हुए याकूब का जन्म हुआ.
इस्राएज में यहूदी परम्परा के अनुसार पहिलौठे अर्थात जो पहले बच्चे का बहुत अधिकार होता था. जो कुछ भी खानदान का है उसे पहिलौठे को आधे से अधिक प्राप्त होता था.
और जब परमेश्वर ने कहा था इसके पेट में दो जातियां हैं इसका अर्थ था कि उनके वंशज बहुत बहुत होने वाले थे और ये उन महान वंश के अगुवे बनने वाले थे.
पहिलौठे को लगभग 22 आशीषें प्राप्त होती थी अपने परिवार की. बाइबिल बताती है जब यह दोनों बच्चे बढ़ रहे थे जवान हो रहे थे तो ऐसाव तो जंगल में शिकार करने वाला शिकारी बनने लगा और याकूब सीधा मनुष्य था, तम्बू में रहा करता था.
एक दिन याकूब तम्बू के पास बैठकर लाल मसूर की दाल पका रहा था. तभी ऐसाव जंगल से थका हुआ आया उसे उस दिन उसने कोई भी शिकार नहीं किया था.
वह बहुत भूका था उसने देखा कि याकूब कुछ बढ़िया चीज पका रहा है. इसलिए ऐसाव ने याकूब से कहा मैं बहुत भूका और थका हुआ हूँ मुझे इस लाल वस्तु में से कुछ खिला दे. भूख के मारे मेरे प्राण निकले जा रहे हैं.
तब याकूब ने कहा, पहले तू अभी मुझे अपना पहिलौठे का अधिकार मेरे हाथ बेच दे. ऐसाव ने कहा, देख मैं तो भूख से मरा जा रहा हूँ इसलिए पहिलौठे के अधिकार से मेरा क्या लाभ होगा.
और इस रीति से उसने शपथ खाकर अपना पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच डाला. और इस प्रकार उसने अपने पहिलौठे के अधिकार को तुच्छ जाना (उत्पति 25:29-34)
कुछ समय के बाद जब उनके पिता अर्थात इसहाक बुजुर्ग होकर मरने पर थे उन्हें दिखाई नहीं देता था. अपने बड़े बेटे को आशीष देने कि मनसा से कहा, जा बेटा मेरे लिए कुछ पका कर ला क्योंकि मैं तुझे आशीर्वाद देना चाहता हूँ.
तब जब ऐसाव जंगल में शिकार करने को गया तब याकूब की माता रिबका ने घर में पला हुआ बकरे का बच्चा का मटन बनाकर याकूब से कहा तू जाकर अपने पिता को दे ताकि वह तुझे आशीर्वाद दे दे.
लेकिन याकूब ने कहा पिताजी तो बड़े कि आवाज पहचानते हैं और बड़े भाई के शरीर में बहुत बाल हैं मेरे नहीं हैं. इस पर उसकी माता ने बकरी के बाल उसके हाथ पर लगा दिए. और उसे अपने पिता के पास भेजा.
और इसहाक ने भोजन खाकर अपने बेटे याकूब को ऐसाव समझकर सारी कि सारी आशीषें दे डाली. और जब ऐसाव वापस लौट कर घर आया तो उसे कुछ भी आशीष नहीं मिली.
इस कहानी से हम बहुत से सबक को सीख सकते हैं. लेकिन आज हम कुछ बातों पर मनन करेंगे.
अपनी कमजोरी सभी के सामने नहीं बताना चाहिए.
जब ऐसाव ने अपनी कमजोरी कि वह भूख से मरा जा रहा है यह याकूब को बताया तभी उसका गलत फायदा उठाया गया. हालाकि ऐसाव ने मसूर कि दाल को देखकर अपनी परिस्थिति को बढ़ा चढ़ा कर बताया था.
कई बार हम ऐसे लोगों के सामने अपनी कमजोरी बताते हैं जो हमारी सहायता करने के बदले हमारी कमजोरी का गलत फायदा उठाते हैं.
ऐसाव ने अपने पहिलौठे अधिकार को तुच्छ जाना था.
ऐसाव ने केवल वर्तमान की भूख को मिटाने के लिए अपने आने वाले भविष्य कि आशीषों को तुच्छ जाना. याकूब को बाद में चुना हुआ इसराएल कहा गया.
जिसके मानने वाले अर्थात विश्वासी पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा लोग हैं वे लोग नियम के अनुसार ऐसाव के वंशज होते लेकिन उसने वो सभी बेशुमार आशीषों को खो दिया.
ऐसी लालसा शैतान भी लाता है
वह जवान स्त्री और पुरुष को शारीरिक अभिलाषा को पूरी करने के लिए पाप के साथ समझौता करने के लिए उकसाता है. वह नशे करने, व्यभिचार करने और आत्महत्या करने के लिए कहता है और कहता है अभी इसे करो, अभी बेच दो… और ऐसा करके मनुष्य अपनी आत्मिक दौलत और बरकतों को खो देते हैं. यह मुर्खता पूर्ण निर्णय होता है.
Conclusion | निष्कर्ष
ऐसाव का फोकस केवल पेट कि और था उसी प्रकार जब एक स्त्री या पुरुष अपनी पवित्रता कि ओर ध्यान नहीं देता वो ऐसा ही उर्खता का निर्णय लेता है.
कई बार ऐसे निर्णय को जीवन भर नहीं सुधार जा सकता इब्रानियों के ग्यारह अध्याय में ऐसे लोगों कि लिस्ट है जिन्होंने त्याग किया अपने चुनाव परमेश्वर कि इच्छा के अनुसार लिया और उन्होंने अपनी शारीरिक अभिलाषा को संतुष्ट नहीं किया बल्कि परमेश्वर कि इच्छा को प्रथम स्थान दिया.
आप हमारे ऑडियो संदेश को सुनने के लिए इस लिंक से व्हाटसप ग्रुप में जुड़ सकते हैं जुड़ने के लिए धन्यवाद.
इन्हें भी पढ़े
जीवन में दुःख और सुख दोनों जरूरी हैं
पवित्र बाइबिल नया नियम का इतिहास
हम कैसे विश्वास को बढ़ा सकते हैं
प्रतिदिन बाइबल पढ़ने के 25 फायदे
Related Post
प्रभु यीशु मसीह के द्वारा सुनाई गई बेहतरीन कहानी
परमेश्वर का मित्र कौन बन सकता है
मानवजाति के लिए परमेश्वर के 5 अद्भुत वायदे
आप अपना दसवांश या सेवा हेतु भेंट इस बार कोड के जरिये प्रदान कर सकते हैं प्रभु आपको सुसमाचार प्रचार हेतु सहायता के लिए बहुत आशीष दे.
कृपया अपने कमेन्ट करके अवश्य बताएं अपने वरदान को बेचना | Short Bible messages for youth लेख आपको कैसा लगा. आप हमारे हिंदी बाइबिल स्टडी app को गूगल प्ले स्टोर से डाउन लोड आप इस लिंक से उस लेख को पढ़ सकते हैं..