हिम्मत वाली चिड़िया
- एक घने जंगल में आग लग गई।
- सभी जानवर डर के मारे अपनी अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे…
- वहीं एक छोटी सी चिड़िया भी थी, जो अपने घोसले को जलते हुए देख कर दुखी थी और सभी को अपनी जान बचाने के लिए भागते देख कर…चिड़िया ने मन में ठाना की वह इस जंगल की आग को बुझाएगी।
- उस छोटी सी चिड़िया ने जंगल को आग से बचाने के लिए बार बार नदी में जाकर अपने छोटी चोंच में पानी भरकर उस आग में ला लाकर डालने लगी।
- उसके पास से एक उल्लू भी गुजरा…वह अपनी जान बचने के लिए भागा जा रहा था।
- जब उसने चिड़िया को ऐसा करते हुए देखा…तो चिड़िया से पूछा…अरे चिड़िया ये क्या कर रही हो….??
- चिड़िया ने कहा, इस जंगल की आग बुझा रही हूँ…
- उल्लू जोर से हंसा और कहने लगा, तू अपनी छोटी से चोंच से इस आग को बुझाएगी…पागल हो गई है क्या???
- चिड़िया ने कहा…हाँ मुझे मालूम है आग भयंकर है लेकिन यदि मैं कोशिश करने से पहले ही हार मान लूँ..ये तो मुर्खता होगी न।
- उल्लू अब अपने कहे पर शर्मिंदा था…और वह भी चिड़िया के साथ आग बुझाने में मदद करने लगा।
इसको तो जरुर फर्क पड़ेगा
- समुद्र के किनारे रेत पर बहुत सी स्टारफिस (सितारा मछली) पड़ी हुईं थीं…जो समुद्री लहरों के कारण समुद्र तट पर आ गईं थीं परन्तु रेत पर पानी न मिलने से तड़प रही थीं।
- एक छोटा लड़का उन मछलियों को बचाने के लिए एक एक मछली को उठा उठा कर वापस पानी में फेंक रह था। जिसे एक बुजुर्ग व्यक्ति बहुत देर से निहार रहा था।
- उस बुजुर्ग व्यक्ति ने उस बालक के पास आकर कहा…बेटा क्या कर रहे हो???लड़का बिना उस बुजुर्ग व्यक्ति को देखे कहा..मछली को बचा रहा हूँ….
- उस बुजुर्ग व्यक्ति ने लड़के को रोकते हुए कहा…जरा अपने आस पास आंख उठाकर देखो…कितनी लाखों मछलियां हैं जो दूर दूर तक फैली हुई हैं…तुम कितनों को बचा पाओगे??? तुम्हारे इस काम से कितनों को फर्क पड़ेगा????
- लड़का कुछ पल रुका और सोचने लगा…फिर एक और मछली को उठाकर जोर से समुद्र में फेंकते हुए बोला….
- इसको तो जरुर फर्क पड़ेगा।
- परमेश्वर ने हमें चुना है और महान आदेश दिया है कि तुम इस सारे जगत में जाकर सारी जातियों को सुसमाचार सुनाओ।
- परमेश्वर के एक दास सी एच स्पर्जन जी ने कहा है..यदि तुम किसी और को उद्धार में लाने की कोशिश नहीं करते तो तुम्हारे स्वयं के उद्धार पर संदेह है।
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
- एक किसान के खेत के पास एक बड़ी चट्टान थी।
- वह उस चट्टान को हटाकर उसमें भी खेती करना चाहता था…परन्तु पैसे की कमी से उस चट्टान को तोड़ने के लिए मजदूर नहीं लगवा सकता था।
- इसलिए वह रोज खेती में काम करने से पहले चट्टान को तोड़ने के लिए हथोड़े से उस चट्टान पर वार किया करता था।
- लेकिन चट्टान इतनी कठोर थी की टूटने का नाम ही नहीं ले रही थी।
- बहुत दिनों तक वह यूं ही चट्टान पर जोर जोर से हथोड़े चलाता रहा।
- एक उसने सोचा यह चट्टान तो टूट ही नहीं रही…इसलिए इसे यूं ही छोड़ दिया जाए…और वह हिम्मत हारने लगा…उदास होकर बैठ गया…उसने सोचा अब मैं इसपर और ताकत नहीं लगाऊंगा…
- उसी समय उस किसान का पुत्र आया और उसने खेल खेल में उस हथोड़े को उठाकर चट्टान पर दे मारा और उसके एक ही वार से चट्टान टूट गई….
- यह देखकर किसान बड़ा खुश हुआ….और बेटे को गले से लगा लिया…
- हाँ मित्रों किसान के बेटे के हाथ में कोई जादू नहीं था…चट्टान तो अंदर से हर वार पर टूट रही थी…बस बाहर से एक और वार की जरूरत थी….
- हमारी समस्या भी इसी प्रकार की होती हैं…हम बिना हिम्मत हारे कोशिश करते रहे…कहते हैं न
- कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
- असफलता केवल यह सिद्ध करती है, कि सफलता का प्रयत्न पूरे मन से नहीं हुआ…उठो दुबारा प्रयत्न करो…
Bible Verse on Never Give Up | हिम्मत न हारने पर बाइबिल के वचन
(2 इतिहास 15:7) तुम लोग हियाव बांधो और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें, क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा।
(गलतियों 6:9) हम भले काम करने में हियाव न छोड़ें, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे।
(मरकुस 10:27) यीशु ने उन की और देखकर कहा, मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता, परन्तु परमेश्वर से हो सकता है; क्योंकि परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है।
(1 कुरुन्थियों 16:13) जागते रहो, विश्वास में स्थिर रहो, पुरुषार्थ करो, बलवंत होओ।
(फिलिप्पियों 4:13) जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूँ।
Sir aapne bible vani main bhut knowledge diya hai . Har baat ka answer jo humko chahiye tha vo sab mil jata hai . Parameshwar aapko aur jyada bless Karen.
Bahut kuch janne Mila thanku or dhanyawad us parmeshwar ko🙏🙏🙏
Thanks Karisma Kumari ji Prbhu aapko bahut Aashish de thank you for comment keep reading and keep growing in the Lord
This is very very helpful for us thank you
thank you so much may God bless you 💖🌹💐♥️🌺
Me apne kaam ko krne se pehle hi nurvous feel kar Rai thi. pr prabhu ne apne vachan ke anusar mujhse bate ki hain … thankyou brother
धन्यवाद माली सोनवानी जी आपके अच्छे शब्दों के लिए प्रभु आपको बहुत आशीष दे…..मुझे ख़ुशी हुई इस लेख ने आपको प्रोत्साहित किया.