Who is A leader | एक अगुवा कौन होता है.
दोस्तों आज हम मसीही अगुवा के गुण सीखेंगे. नेपोलियन बोनापार्ट ने कहा था, “A leader is a dealer in hope” मतलब एक अगुवा आशाओं का सौदागर होता है. वो लोगों को आशा प्रदान करता है. इसे जॉन मेक्सवेल जी ने क्या खूब कहा है, “एक अगुवा जो मार्ग जानता है, और मार्ग लोगों को बताता है और स्वयं भी उस मार्ग में जाता है.”
एक अगुवा वो नहीं होता जो केवल ऊंचे पद पर बैठकर लोगों को आदेश दिया करता है, और न ही वो होता है जो सब कुछ स्वयं ही करता है लेकिन वह लोगों को अपने साथ लेकर चलता है और दूसरों को भी अवसर देता है.
मसीही अगुवा के गुण | Qualities of A Christian Leader
एक अगुवा के पास स्पष्ट दर्शन होता है और उस उद्देश्य में वह लोगों की अगुवाई (नेतृत्त्व) करता है. इसलिए आइये हम देखते हैं एक मसीही अगुवा के गुण.
#1 एक मसीही अगुवा को एक अच्छा श्रोता होना चाहिए.
हम बाइबल में दो प्रकार के अगुवे को देखते हैं एक जो परमेश्वर से सुनते हैं और मानते हैं दूसरे वे जो लोगों की सुंनते हैं और उनकी बात मानते हैं.
मूसा जब भी किसी संकट में या समस्या में होता था तब वह परमेश्वर के पास जाता और उसकी सुनता था, और जानने की कोशिश करता था की परमेश्वर की इच्छा क्या है, इसलिए उसे एक सही निर्देश और दिशा मिलती थी.
लेकिन उसका भाई हारून जो इस्राएली लोगों की सुनता था इसलिए उसने गलत निर्देश प्राप्त किया और सोने का एक बछड़ा बना दिया और कहा यही हमारा अगुवा होगा और परमेश्वर होगा.
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#2 एक मसीही अगुवा लोगों के प्रति नम्र होता है
एक बार यीशु मसीह के चेले आपस में वाद विवाद कर रहे थे, कि प्रभु जब अपने राज्य में आएँगे तो उसके राज्य में बारह चेलों में कौन महान बनेगा,
तब यीशु मसीह ने एक अंगोछा लिया और तसले में पानी लेकर उन सभी चेलों के पाँव धो दिए और यह सबक सिखाया जो महान बनना चाहता है
वह सभी का दास बनें अर्थात सभी लोगों में नम्र बने. (यूहन्ना 13:1-17)
बाद में प्रेरित पतरस ने भी इसी बात को सिखाया कि परमेश्वर के बलवंत हाथों के नीचे नम्रता से रहो ताकि वो तुम्हें उचित समय में बढ़ाए.
(1 पतरस 5:6)
लोग अनेक बार अनेक समस्याओं से परेशान होते हैं. उन्हें एक अच्छे और प्रोत्साहित शब्दों की आवश्यकता होती है.
एक मसीही अगुवा एक नर्स के जैसे होते हैं जो सबसे बुरी तरह से बीमार व्यक्ति को भी ढांढस बंधाते हैं और जीवन जीने की उम्मीदें प्रदान करते हैं.
एक नर्स तो 8 घंटे ही सेवा करती है लेकिन मसीही अगुवे को 24 घंटे लोगों की सेवा के लिए तैयार रहना होता है.
#3 एक मसीही अगुवा समय का पाबन्द होता है.
यदि एलिय्याह समय से करीत के नाले के निकट नहीं पहुँचता तो शायद उसे कौओं के द्वारा लायी गईं रोटी और भोजन नहीं मिलता. (1 राजा 17)
समय का पाबन्द होना एक मसीही अगुवा का एक बेहतरीन गुण है. यीशु मसीह प्रति दिन सुबह उठकर परमेश्वर से बातें करता था. (मरकुस 1:35)
भजनकार राजा दाऊद कहता है, यहोवा, प्रति भोर मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी. (भजन 5:3)
#4 एक मसीही अगुवा अपने लोगों की जिम्मेदारी उठाता है.
जब आदम बच्चों में से एक ने अर्थात कैन ने अपने भाई हाबिल की हत्या कर दी थी तब परमेश्वर ने उससे पूछा था, कि तेरा भाई कहाँ है?
तब उसने उत्तर में कहा था, मालूम नहीं, क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ? (उत्पति 4:9)
लेकिन सचमुच हम अपने भाई और बहनों के रखवाले हैं, क्योंकि एक मसीही अगुवे को परमेश्वर ने कलीसिया का रखवाला के रूप में नियुक्त किया है. (इफिसियों 4:11)
#5 एक मसीही अगुवा अपने लोगों को भय से आजाद करता है.
भय या डर एक आत्मा है और वह पवित्र आत्मा नहीं है, मतलब यह शैतान का आत्मा है, क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की आत्मा नहीं दी (2 तीमुथियुस 1:7)
एक मसीही अगुवा मसीह यीशु के समान होता है, यीशु ने लोगों को भय से आजाद किया, आज भी लोगों के अन्दर अनेक प्रकार का अनजाना भय है,
जैसे अन्धविश्वास का डर, गरीबी का डर, मूर्ति का डर, मृत्यु का डर आदि लेकिन एक मसीही अगुवा अपने लोगों को इन तमाम भयों से आजाद होने में मदद करता है.
निष्कर्ष | Conclusion
एक Christian Leader अपने कर्ता प्रभु यीशु मसीह के पदचिन्हों पर चलता है, प्रभु यीशु मसीह ने कहा था मेरे पीछे हो लो, संत पौलुस एक बेहतरीन मसीही अगुवा था, उसने कहा, तुम मेरी सी चाल चलो जैसा मैं मसीह की सी चाल चलता हूँ। (1 कुरिन्थियों 11:1) हमारे प्रभु ने एक आदर्श दे दिया है कि एक मसीही अगुवा कैसा होना चाहिए. अत: हमें भी उसी के समान स्वभाव रखकर अपने जीवन में अगुवाई करना चाहिए.
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