दोस्तों आज हम पढेंगे Short Powerful Sermons for Youth in Hindi ये छोटे बाइबिल संदेश short exhortation for prayer meeting बहुत ही उपयोगी हैं. कृपया इन्हें अपने मित्रों के साथ भी शेयर जरुर करें.
Short Powerful Sermons for Youth in Hindi
स्वयं के लिए कभी भी बुरा विचार न करें.
दुखिया के सब दिन दु:ख भरे रहते हैं, परन्तु जिसका मन प्रसन्न रहता है, वह मानो नित्य भोज में जाता है. (नीतिवचन 15:15)
हमेशा अनिष्ट विचार रखना भयानक है, मतलब कि लगातार यह सोचते रहना कि कुछ बुरा होने वाला है.
एक समय था जब मुझे एहसास हुआ कि मैं वास्तव में अपने जीवन के अधिकांश समय में इन भावनाओं के साथ ग्रसित था.
वास्तव में मुझे ऐसे बुरे विचारों ने परेशान कर रखा था, जिसके कारण मैं दुखी था. हो सकता है शायद आप भी ऐसे अनिष्ट विचारों से दुखी हों.
हो सकता है आपकी परिस्तिथी के कारण आप परेशान हों. लेकिन ये बुरे विचार आपके दिमाग में जहर घोलते रहते हैं. और इसके कारण आप अपने जीवन में भलाइयों को देख भी नहीं पाते और उसका आनन्द नहीं ले पाते हो.
लेकिन नीतिवचन 15:15 आपसे वायदा करता है, कि आपको इन भावनाओं और बुरे विचारों में बंधे रहने की आवश्कता नहीं है. आपको परमेश्वर पर पूरा भरोषा करते हुए खुश हो जाना है, विश्वास करें सब कुछ, आपका भविष्य भी उसके नियन्त्रण में है.
उसके पास आपके लिए बढ़िया योजनाएं हैं उन पर भरोषा करो. यदि आप ऐसा विचार रखते हो तो आपका मन प्रसन्न हो उठेगा और वो ऐसा होगा जैसे मानो आप रोज किसी बढ़िया भोज में मतलब सज संवरकर किसी दावत में जा रहे हों.
विश्वास करें परमेश्वर आपको इसका भरपूर आनन्द लेने की सामर्थ्य प्रदान करेगा. अब बुरे और चिंता के विचारों को अपने जीवन में हावी होने की अनुमति मत दीजिए.
उसकी जगह परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं से भर दीजिए. कोई जगह ही न रहे बुरे विचारों की.
आप देखेंगे पवित्रात्मा के फल प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता और संयम से परमेश्वर आपको भर रहा है…
साहस यीशु से ही प्राप्त होता होता है.
जब उन्होंने पतरस और यूहन्ना का हियाव देखा, ओर यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य हैं, तो अचम्भा किया; फिर उन को पहचाना, कि ये यीशु के साथ रहे हैं प्रेरित 4:13
जब पूरे यरूशलेम में मसीही सताव अपने चरम सीमा में था.
उस समय पतरस और युहन्ना एक बड़ी भीड़ को यीशु मसीह का सुसमाचार सुना रहे थे.
लोगो को आश्चर्य हुआ की ऐसे समय में जब सुसमाचार सुनाने वालों को जेलखाने में डाला जा रहा था उस समय कोई कैसे इतने साहस से सुसमाचार सुना सकता है. मतलब सुसमाचार सुनाने की सख़्त मनाही थी…
लोग सोच रहे थे इतना साहस पतरस को और यूहन्ना को मिला कहाँ से उन्हें साहस धन दौलत के कारण नहीं मिला था. क्योंकि अभी थोड़ी देर पहले एक भिखारी के सामने पतरस ने अंगीकार किया था सोना चाँदी तो मेरे पास है नहीं….
मतलब धन दौलत से साहस नहीं मिलता…दूसरा लोगो को पता था ये लोग अनपढ़ और साधारण लोग हैं इसका मतलब साहस पढ़ाई लिखाई से भी नहीं आता. फिर ये अदम्य साहस आया कहाँ से ….
आगे लिखा है फिर उन्होंने जाना कि ये लोग यीशु के साथ रहे हैं …. अर्थात् जो यीशु के साथ रहते हैं उसके साथ संगति रखते हैं वो अद्भुत सामर्थ से भर जाते हैं…
आइये हम भी उसकी संगती में समय बिताएँ और इस कठिन दौर में अदम्य साहस से भर जायें…
परमेश्वर हमारी सुनता है
भला होता कि मेरा कोई सुनने वाला होता…(अय्यूब 31:35)
अय्यूब के ऊपर जो भयानक दुःख आया था उसके कारण वो कराह उठा और कहने लगा भला होता की मेरा कोई सुनने वाला होता…
अनेक बार हम भी हालाकि चारों ओर से लोगों से घिरे रहने पर भी यही महसूस करते हैं, की कोई तो होता जो मेरी बात सुनता मुझे समझता.
कई बार आपको भी लगता होगा कि मैं किसे अपना बोझ बताऊँ, कोई तो हो जो मेरी सुने. जिसे मैं अपने दिल को उंडेल कर सब कुछ सुनाऊं.
राजा दाउद के पास अनेक पत्नी थीं नौकर चाकर थे और सैनिक थे लेकिन उसके अन्दर भी यही चलता था कि मैं अपनी बातें किसे सुनाऊं वो कहता है मैं अपनी बातें यहोवा परमेश्वर को सुनाऊंगा. भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी.
मैं अपनी आँखे पर्वतों की ओर लगाऊंगा.
वो अपने लोगों से भी कहता है हे लोगों हर समय उस पर भरोसा रखो. उससे अपने अपने मन की बातें खोलकर कहो …(भजन 62:8)
मेरे विचार में हर व्यक्ति चाहता है की कोई तो हो जो इमानदारी से मेरी बातें सुने.
इसी प्रकार परमेश्वर के भक्त अय्यूब भी सोच रहा था. हालाकि उसके चारों ओर उसके मित्र घेरे हुए थे. जो केवल उसके अन्दर कमी घटी और गलतियों को ढूढ़ने की कोशिश कर रहे थे. वो सब अपनी अपनी सूना रहे थे.
ऐसे समय में अय्यूब परमेश्वर की ओर मुड़ता है ऊपर की ओर निगाहें लगाकर कहता है अब भी स्वर्ग में मेरा साक्षी है, और मेरा गवाह ऊपर है.(अय्यूब 16:19)
हो सकता है आप भी ऐसी परिस्थिति से होकर जा रहे हों जहाँ आपको लगता है परमेश्वर भी मेरी प्रार्थनाओं का उत्तर नहीं दे रहे हैं.
आज पवित्रात्मा आपसे कहता है, एक ऐसा स्थान ढूढ़ निकालें जहाँ आप उससे बातें कर सकें वो आपके दिल की सुनना चाहता है. वो कहता है…मुझसे प्रार्थना कर…और मैं तेरी सुनकर तुझे जवाब दूंगा…और वो बातें बताऊंगा जो तू अभी नहीं समझता. (यिर्म 33:3)
उसने यिर्मयाह की सुना उसने दाउद की सुना उसने अय्यूब की सुना वो आपकी भी सुनेगा.
उसका वायदा है की वो तुम्हारी सुनकर तुम्हारे लिए सीधा मार्ग निकालेगा….
Conclusion
विश्वास करता हूँ आज का Short Powerful Sermons for Youth in Hindi आपके जीवन में आशीष का कारण होगा. यदि आप इसी प्रकार का आज का वचन प्रतिदिन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे हिंदी बाइबिल स्टडी app को गूगल प्ले स्टोर से डाउन लोड आप इस लिंक से उस लेख को पढ़ सकते हैं.. यह अभी बिलकुल फ्री है. दैनिक बाइबिल पाठ में आज का बाइबल वचन पढ़ना हमारे दिन को तरोताजा कर देता है.
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