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बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से. | Bible ki kahani | Bible Stories That will Actually make your life better

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आज हम सीखेंगे बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से. क्यों प्रभु यीशु ने सभी लोगों को सुसमाचार सुनाने के लिए कहानियों का इस्तेमाल किया. बाइबल की कहानियाँ गहरी एवं लघु कहानियां हैं. Bible ki kahani सुनकर याद करना आसान है.

hello Dosto, मैं आज से Bible ki kahani की एक सीरिज शुरू कर रहा हूँ, यदि आपको पसंद आती है तो आप अपने कमेंट्स जरुर लिखना. तो आइये सुनते हैं बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से, मेरे अर्थात राजेश के अंदाज में.

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सृष्टि के शुरुआत की कहानी | बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से… #1

परमेश्वर ने आदि में आकाश (स्वर्ग) और पृथ्वी की रचना की और इस दुनिया में सभी कुछ बनाया जो सुन्दर था. और परमेश्वर का आत्मा गहरे जल के ऊपर मंडराता था. फिर परमेश्वर ने अपने लिए एक घर की रचना की उसने अपने हाथों से मिट्टी लेकर एक पुतला बनाया और उसके अंदर स्वास फूँक दिया और वह जीवित मनुष्य बन गया.

परमेश्वर ने कहा यह बहुत अच्छा है. फिर परमेश्वर ने उसकी पसली की एक हड्डी से एक स्त्री को बनाया जिसका नाम हव्वा रखा. और उन्हें सारे संसार में सभी जीवजंतुओं और धरती पर अधिकार दिया. और कहा फूलो फलो और प्रथ्वी पर भर जाओ.

शिक्षा : परमेश्वर मनुष्य के साथ और उसके अंदर रहना चाहता है इसलिए उसने कहा क्या तुम नहीं जानते तुम परमेश्वर के मन्दिर हो और परमेश्वर का आत्मा तुम्हारे अंदर वास करना चाहता है.

अदन की वाटिका की कहानी | बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से #2

अदन की वाटिका वह स्थान था जहाँ सभी प्रकार के फलदायी पेड़ पौधे थे और सभी जानवर रहते थे. वहां किसी भी बात को कमी नहीं थी. यहाँ तक की उसमें जीवन का वृक्ष भी था जिसमें ऐसा फल होता था कि यदि उसे खा लिया जाए फिर कभी मृत्यु नहीं आएगी.

मतलब अमर हो सकते थे. और दिन के ठंडे समय मतलब सुबह और शाम परमेश्वर अपने सृजे हुए बच्चों से अर्थात आदम और हव्वा से मिलने आता था. उनके साथ संगती करना चाहता था. और उन्हें हिदायत देता था. कि देखो मैंने इस वाटिका में सभी प्रकार के फल लगाए हैं, यह सब तेरे लिए ही हैं.

इन सभी में लेकर तू खा सकता है लेकिन सुन एक पेड़ और है जो भले और बुरे ज्ञान का पेड़ है तू उसके फल नहीं खाना नहीं तो तू मर जाएगा.

शिक्षा :- परमेश्वर उन्हें अमर बनाना चाहता था और उनके साथ संगती करना चाहता था. लेकिन यह भी परखना चाहता था कि वे मेरी आज्ञा को मानते हैं कि नहीं…..यदि वे आज्ञाकारी रहते तो परमेश्वर उस मना किये हुए वर्जित पेड़ के फल से स्वयं खाने को देता इसी लिए तो वह पेड़ वहां लगाया गया था.

मनुष्य के पतन की कहानी | बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से… #3

लेकिन एक दिन शैतान उस वाटिका में घुस आया एक सांप के रूप में और उस पेड़ को देखने के लिए हव्वा भी वहां पहुंची. वो केवल देखने के लिए वहां पहुंची और उसने देखा कि यह भले और बुरे ज्ञान का फल तो देखने में कितना सुंदर है और और सोचने लगी यह खाने में कितना अच्छा होगा.

वह यह सोच ही रही थी कि शैतान ने उससे बातें करना शुरू किया… और कहा, यदि तुम इस फल को खाओगे तो तुम्हें ज्ञान हो जाएगा और तुम परमेश्वर के समान उसके तुल्य हो जाओगे. हव्वा परमेश्वर की आज्ञा को जानते बूझते शैतान के बहकावे में आकर उस फल को तोड़ कर खा लिया और बचा हुआ कुछ लेजाकर अपने पति आदम को भी खिलाया.

और जैसे ही उन्होंने फल खाया उनके जीवन में पाप प्रवेश कर गया वे एक दूसरे को देखकर लजाने लगे और सोचने लगे हम तो नंगे हैं और भाग कर अपने आप को पत्तों से ढकने लगे. और स्वयं को छिपाने लगे. तब परमेश्वर दिन के ठंडे समय में आया तो…

परमेश्वर ने बड़े शोक में होकर कहा हे आदम तू कहाँ है. परमेश्वर ने उसे बड़ी आशा के साथ बड़ी योजना के साथ आशीषित होने के लिए राज्य करने के लिए बनाया था लेकिन आज उसका पतन हो चुका था केवल आज्ञा ना मानने के कारण. परमेश्वर पूछ रहे थे आदम तू कहाँ है अर्थात तू कहाँ गिर गया.

शिक्षा : आदम और हव्वा अपने अनाज्ञाकारिता के कारण अपनी अनंत आशीषों से चूक गए और उनका पतन हो गया उन्हें अदन की वाटिका से निकाल दिया गया.

आदम और हव्वा के शाप की कहानी | बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से #4

परमेश्वर ने आदम और हव्वा को अदन की वाटिका में रखने से पहले कहा था इस पर तुम्हारा अधिकार है. इसमें काम किया करना. लेकिन उस वाटिका में शैतान क्यों घुस गया. इसका अर्थ यह है आदम आलस्य कर बैठा. क्योंकि उसे सभी आत्मिक अधिकार प्राप्त थे वह परमेश्वर की समानता में बनाया गया था.

जब शैतान घुस गया तो उसका काम ही है झूठ बोलना चोरी करना घात करना हत्या करना (यूहन्ना 10:10) और उसने वही किया भी जो वह प्रारंभ से करता आया है. इसका परिणाम यह हुआ कि परमेश्वर ने मनुष्य को शाप दिया अब तू अपनी पत्नी को लेकर इस अदन की वाटिका से बाहर निकल जा.

अब तू शापित रहेगा अपनी कड़ी मेहनत से रोटी खाया करेगा. और स्त्री को शाप दिया गया कि वह बड़े कष्ट में होकर बच्चे जनेगी और शैतान को कहा गया तेरा सिर कुचला जाएगा. जो अब तक होता आ रहा है.

शिक्षा :- परमेश्वर की आज्ञा मानने से आशीष आती है और अनाज्ञाकारिता श्राप लेकर आती है.

मैं विश्वास करता हूँ आपको यह बाइबल-की-रहस्यमयी-कहानी-आरंभ-से पसंद आ रही होगी. आप अपने कमेन्ट करके मुझे अवश्य बताना कि क्या हम Bible ki kahaniyan जारी रखें या आप कुछ और पढ़ना चाहते हैं. हमने इसी ब्लॉग में बाइबिल की लघु कहानियां भी लिखी हैं, जो preaching, hindi bible study, और Hindi sermon notes आदि में बहुत उपयोगी होगी. जल्दी ही मिलेगे कहानी के अगले भाग में…

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पास्टर राजेश बावरिया (एक प्रेरक मसीही प्रचारक और बाइबल शिक्षक हैं)

rajeshkumarbavaria@gmail.com


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1 thought on “बाइबल की रहस्यमयी कहानी आरंभ से. | Bible ki kahani | Bible Stories That will Actually make your life better”

  1. Sir aap Jo bhi article likhte hai sir usse mujhe bhut shiksha milti Hai hum parbhu yeshu masih se Prarthana Karter Hai ki aap aur aapki family par parbhu ki humesha aasis rhe aur aap paak ruh se bharkar aap aur jyada likhte rhe sir humko English nahin aati shayad aap meri likhi baaton ko samjh gye honge

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