आज-का-वचन

आज का वचन | What is the Word of God for today?

Spread the Gospel

दोस्तों हम सीखने जा रहे हैं आज का वचन | What is the Word of God for today? यदि हम प्रतिदिन आज का बाइबिल पाठ पढ़ते हैं तो यह हमारी आत्मिक उन्नति का कारण होता है. तो आइये आज का वचन शुरू करते हैं.

आज का वचन

आज-का-वचन
आज-का-वचन Image by StockSnap from Pixabay
सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो. (इफिसियों 4:3)

जब आप जाने अनजाने अपने रिश्तों में समस्याओं को दूरियों और संदेह को आने की अनुमति देते हो तो इसके परिणाम दर्दनाक होते हैं.

फिर हमारे दृष्टिकोण और हमारे सपने और हमारे रचनात्मक सोच सब में फर्क पड़ता है. और नुकसान भी उठाना पड़ता है.

लेकिन यदि हम अपने रिश्तों में एकता और मेलमिलाप और शान्ति के कदम उठाते हैं तो हम अपने जीवन में ज्यादा सफल और फलवन्त होते हुए नजर आते हैं.

जहाँ एकता है वहां आपके परिवार में और आपके धन में आपके कार्यस्थल में परमेश्वर का अनुग्रह, आशीर्वाद, अभिषेक और सहयोग भी होगा.

मेलमिलाप और शान्ति के लिए जो आपने कदम उठाए हैं उसके कारण परमेश्वर की आशीष भी उसमें होगी.

जिसके कारण आपके परिवार को नीचे गिराने वाली तमाम नकारात्मक शक्तियों की सामर्थ समाप्त हो जाएगी.

पवित्रशास्त्र कहता है, धन्य हैं वे जो मेलमिलाप करने वाले हैं. हम अपने परिवार में बहस बढ़ जाने के बाद हम शान्ति स्थापित करने के लिए क्षमा मांगते हैं माफ़ी मांगते हैं,

और घर में शान्ति लाने की कोशिश करते हैं. लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है उस शान्ति को हमेशा बनाए रखना, मतलब गुस्से और बहस की परिस्थिति में शांत रहना,

गलत परिस्थिति में भी सही चीजों को करना…धर्मी व्यक्ति बहुत सी अनावश्यक समस्याओं को बुद्धिमानी से टाल देता है.

पढ़ें – एक विश्वासी के लिए 10 अति आवश्यक बातें

आज का वचन 1 | आज का पवित्र बाइबल वचन

आज-का-वचन
https://www.freebibleimages.org/आज-का-वचन
राहेल ने देखा, कि याकूब के लिये मुझ से कोई सन्तान नहीं होती, तब वह अपनी बहिन से डाह करने लगी: और याकूब से कहा, मुझे भी सन्तान दे, नहीं तो मर जाऊंगी. तब याकूब ने राहेल से क्रोधित हो कर कहा, क्या मैं परमेश्वर हूं? तेरी कोख तो उसी ने बन्द कर रखी है. (उत्पति 30:1-2)

राहेल बड़ी दिक्कत में थी उसे आशीष चाहिए इसलिए वह याकूब के ऊपर दोष लगाती है. वो भूल जाती है कि आशीषों का दाता (देने वाला ) तो परमेश्वर है.

यदि आप को कुछ समझ नहीं है तो आप अपने आस पास के सभी लोगों पर दोष लगाएगें. आप सरकार पर, परिस्थिति पर, मौसम पर, परिवार के सदस्यों पर सभी पर दोष लगाएंगे.

कि आपकी आशीषें उनके कारण नहीं मिल रही हैं. लेकिन यदि ये जानते हैं कि परमेश्वर ही है जो सभी आशीषों को प्रदान करता है तो आपका दृष्टिकोण पूरी रीती से बदल जाएगा.

कहते हैं नजर बदलती है तो नजारे भी बदल जाते हैं. आपके हालात आपकी परिस्थिति सब कुछ बदलने लगता है जब आपका दृष्टिकोण बदलता है.

आप लोगों से परेशान मत हो. पवित्रशास्त्र हिदायत देता है, मनुष्य पर भरोसा करना फंदा है. इसलिए अपनी आँखें ऊपर की ओर लगाएं और अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाएं.

सारी उत्तम आशीषे ऊपर से ही आती हैं उसके पास से जिसने जमीन और आसमान को बनाया है. ऊपर का दरवाजा कभी बंद नहीं होता.

केवल परमेश्वर के पास ही आपके जीवन में आशीषों को प्रदान करने का अधिकार है. आपके आशीर्वाद और सारी बरकतें आपसे बस उतनी ही दूरी पर हैं जितने आपके गुटने जमीन से हैं…

उसके सामने गुटने टिकाएं उपर की और निगाहें लगाएं और उसकी बाट जोहें… आपकी बरकतें आने वाली हैं…वो आपको कभी निराश नहीं करेगा.

प्रतिदिन बाइबल पढ़ने के 25 फायदे

आज का वचन बाइबिल से

आज-का-वचन
आज-का-वचन Image by Victoria_Watercolor from Pixabay
उस सारी मएडली ने परमेश्वर के भवन में राजा के साथ वाचा बान्धी, और यहोयादा ने उन से कहा, सुनो, यह राजकुमार राज्य करेगा जैसे कि यहोवा ने दाऊद के वंश के विषय कहा है. (2 इतिहास 23:3) 

जब राजा यहूदा देश का राजा अहज्याह मार डाला गया, तब उसकी माँ अतल्याह ने सिंहासन पर कब्जा करके शासन करने लगी.

उसने तमाम राजकीय परिवार के सदस्यों की हत्या करवा दी. लेकिन राजा अहज्याह के नवजात शिशु योआश को न मार पाई.

क्योंकि उसकी मौसी ने उस बच्चे को मन्दिर के बिछौने रखने की कोठरी में छिपा दिया था. जब योआश 7 वर्ष का हुआ

तब यहोयादा महायाजक ने इस्राएल के सभी ऊंचे पदों के लोगों को और सारे सैनिकों के सामने यह घोषणा की, यह समय आ गया है कि अब राजकुमार योआश ही राजा बनेगा.

वो ही राज्य करेगा और दुष्ट अतल्याह को सिंहासन से उतार कर निकाल बाहर किया जाएगा.

यह इसलिए हुआ क्योंकि परमेश्वर अपने वायदे का पक्का है. उसने जो वायदा राजा दाउद से किया था वो पूरा हो.

कि मैं तेरे वंश के द्वारा तेरे राज्य को स्थिर करूँगा. (2 शमुएल 7:12)

परमेश्वर ने जो कुछ आपके जीवन में प्रारंभ किया है वो उसे पूरा होने तक आपकी सहायता करेगा. वही उसे पूरा करेगा.

लोग उसे रोक नहीं सकते. समस्याएं परेशानी विपरीत हवाएं, आपका कुछ नहीं कर पाएंगी. ये समय है जब राजाओं के राजा की संताने राज्य करें.

जो कुछ भी नाकारात्मक बातें आपके विरोध में राज्य कर रही हैं उनका खात्मा होने जा रहा है. यह एक नया दिन है आप अपने मंजिल अपने लक्ष्य के बहुत करीब हो.

परमेश्वर आपको वहां पहुंचाने जा रहा है जहाँ आप अपने आप से कभी नहीं पहुँच सकते. ये कुछ अद्भुत होने जा रहा है…

जो आपने आखों से नहीं देखा, कानों से नहीं सुना और जो आपके चित्त में कभी नहीं चढ़ा. हो सकता है यह आपके सोचे या

योजना किये हुए समय में न हो लेकिन यह आपकी सोच से कहीं पहले और जल्दी होने जा रहा है. यह आपके राज्य करने का समय है.

विश्वास करने वाले नीचे कमेन्ट में कहें आमेन

Aaj ka Vachan | Aaj ka bible Verse

आज-का-वचन
आज-का-वचन

देखो, प्रभु का एक स्वर्गदूत आ खड़ा हुआ: और उस कोठरी में ज्योति चमकी: और उस ने पतरस की पसली पर हाथ मार के उसे जगाया, और कहा; उठ, फुरती कर, और उसके हाथ से जंजीरें खुलकर गिर पड़ीं.

(प्रेरित 12:7)

जेल में  दो सैनिकों के बीच प्रेरित पतरस बेड़ियो और जंजीरो से बंधा हुआ सो रहा था. शायद लगता है उसे दूसरे दिन मृत्यु दंड दिया जाएगा. 

लेकिन जब रात को जेल के अंदर स्वर्गदुत प्रगट हुआ पतरस बड़ी गहरी और मीठी नींद सो रहा था. स्वर्गदूत ने पतरस को हिलाकर जगाया. 

यदि आप पतरस के स्थान में होते तो ऐसी परिस्थिति में बढ़िया से सो सकते थे क्या? 

हो सकता है पतरस ने विचार किया हो कि हे परमेश्वर मैंने अपने जीवन में जो करना था सौ प्रतिशत बढ़िया कर लिया है 

और जब उसने ऐसा विश्वास किया और सोचा प्रभु मैं आपमें अब आराम करने जा रहा हूँ और ऐसा सोचकर वो सो गया…

देखिए चिंता किसी भी चीज़ को बेहतर नहीं बना सकती. यदि कुछ बुरी परिस्थिति है उसी के विषय में लगातार बोल बोल कर स्वयं को और परमेश्वर को  कुड़कुड़ाने से परिस्थिति में सुधार नहीं होगा. 

बल्कि ऐसा करने से अपने आप को हताशा और निराशा में डाल देंगे. इसलिए समस्याओं को सिंहासन से उतारकर परमेश्वर को सिंहासन पर वापस बैठाएँ. 

यदि आप लगातार परमेश्वर से ज्यादा अपनी समस्याओं का रोना रोते रहोगे तो इसका मतलब यह है कि अपने मन के अंदर परमेश्वर के सिंहासन में परमेश्वर की जगह परेशानी समस्याओं को बैठा दिया है. 

अतः इससे बचने के लिए जैसा प्रेरित पतरस ने किया आप भी कीजिए…बढ़िया चादर तान कर सो जाओ…प्रभु में आराम करो…

प्रभु से कहो प्रभु आप मेरे किसी भी बड़ी से बड़ी समस्या से कहीं बड़े हैं …मैं जानता हूँ प्रभु आपके लिए कोई भी काम कठिन या असंभव नहीं है 

और आपने कहा है कि आप कभी सोते नहीं और ना ही कभी ऊँघते हैं इसलिए मैं सोने जा रहा हूँ यही टेंशन फ़्री लाइफ जीने का मंत्र है…इसलिए खुश रहे आबाद रहें दिल्ली रहे या गाजियाबाद रहें जय मसीह की.

Bible vachan | Bible verse in Hindi

देखो, जहाज भी, यद्यपि ऐसे बड़े होते हैं, और प्रचण्ड वायु से चलाए जाते हैं, तौभी एक छोटी सी पतवार के द्वारा मांझी की इच्छा के अनुसार घुमाए जाते हैं। याकूब 3:4

यहाँ जीभ की तुलना एक जहाज के एक पतवार से की गई है। भले ही जीभ शरीर का एक छोटा सा हिस्सा है, लेकिन यह आपके जीवन को दिशा निर्देश करता है।

आप जो कह रहे हैं, वह निर्धारित कर रहा है कि आप किस दिशा में जाते हैं। अच्छी खबर यह है कि, आपकी जीभ पर आपका नियंत्रण है।

अगली बार जब आप अपने, अपने भविष्य, अपने बच्चों या अपने आर्थिक विषय के बारे में कुछ नकारात्मक कहने के लिए लुभाते हैं, तो तुरंत इसे रोक दें.

 हार की ओर ना बढ़ें. क्या आप अपने शब्दों को उस दिशा में भेज रहे हैं जिसे आप चाहते हैं कि आपका जीवन जाना है?

भजनहार दाऊद कहता है, “अपनी भलाई से भरे हुए वर्ष पर तू ने मानो मुकुट धर दिया है; तेरे मार्गों में उत्तम उत्तम पदार्थ पाए जाते हैं।” (भजन 65:11)

हो सकता है आप कह रहे हैं ये साल बहुत परेशानी वाला या कठिनाइयों से भरा हुआ है…या आप कह सकते हैं, “पिता, धन्यवाद कि एक अकाल में भी, यहां तक कि एक मंदी में, मैं आशिषित हूँ।

धन्यवाद कि आप मेरी परिस्थितियों या अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं हैं। धन्यवाद कि मैं समृद्ध हूं और मैं खुशी, शांति और ताकत के साथ आगे बढ़ रहा हूँ ।

मेरा कटोरा उमड़ रहा है निश्चय करुणा और भलाई जीवन भर मेरे संग संग बनी रहेगी ” यह आपके जहाज को आगे बढ़ाने की ओर आगे बढ़ाएगा,

ऐसा कह कर आप अपने जहाज को ओवरफ्लो और आशीषों की ओर ले जा रहे हैं…प्रभु आप को आशीष दे….

aaj ka vachan bible | aaj ka bible vachan

तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, (भजन 23:5)

परमेश्वर ने मेरे सिर में तेल मला है इसका क्या मतलब हो सकता है….

क्या उसका मतलब मेरा अभिषेक किया है…. लेकिन अभिषेक करने के लिए तो तेल उँडेला जाता था मला नहीं जाता था. 

दरअसल यहाँ बात भेड़ और चरवाहे की हो रहीं है…इज़राइल की पहाड़ियों में झाड़ियों में जब कोई भेड़ फँस जाती थी तो अपना सिर हिला नहीं पाती थी.

लेकिन जब तक चरवाहा आकर भेड़ को छुड़ाएगा उस समय तक पहाड़ी छोटी लेकिन भयानक मक्खियाँ उस भेड़ के नाक और कान में घुस कर परेशान करती और अंदर ही अंडे दे देती थी.

जिससे वो अंडे कीड़े बन जाते और सिर तक घुस जाते और भेड़ झाड़ियों से तो छुटकारा पा लेती लेकिन मक्खियों के कीड़ों से परेशान होकर अपना सिर दीवारों पर मारती रहती

और कई बार इसी कारण से उनकी जान भी चली जाती थी …इसी लिए चरवाहा उन भेड़ों के सिर पर कभी कभी जैतून का और कीटनाशक अच्छा तेल मल देता था

ताकि कोई मक्खी उसके कान नाक में ना बैठ सके…आज भी बहुत से लोग प्रभु से दूर जाकर भटक कर अपने सिर को दीवारों पर पटक रहे हैं…

आइये उस प्रभु अर्थात सच्चे चरवाहे को अपने सिर पर तेल मलने दे…दुनिया की किसी मक्खी को अपने कानों में अंडे देने ना दें

…दुनिया की किसी मक्खी को अपने कानों में अंडे देने ना दें …

Conclusion

विश्वास करता हूँ आज का वचन आपके जीवन में आशीष का कारण होगा. यदि आप इसी प्रकार का आज का वचन प्रतिदिन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे हिंदी बाइबिल स्टडी app को गूगल प्ले स्टोर से डाउन लोड आप इस लिंक से उस लेख को पढ़ सकते हैं.. यह अभी बिलकुल फ्री है. दैनिक बाइबिल पाठ में आज का बाइबल वचन पढ़ना हमारे दिन को तरोताजा कर देता है.

इन्हें भी पढ़ें

परमेश्वर की भेंट पर तीन अद्भुत कहानियां

यीशु कौन है

कभी हिम्मत न हारें

आज का बाइबिल वचन

हिंदी सरमन आउटलाइन

पवित्र बाइबिल नया नियम का इतिहास

हिंदी सरमन आउटलाइन

पवित्र बाइबिल नया नियम का इतिहास

https://biblevani.com/
पास्टर राजेश बावरिया (एक प्रेरक मसीही प्रचारक और बाइबल शिक्षक हैं)

rajeshkumarbavaria@gmail.com


Spread the Gospel

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Scroll to Top