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31 हिंदी बाइबल स्टडी नोट्स | 31 Short Powerful Sermons in Hindi

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25. शीर्षक- तुरन्त ।

“यीशु ने उस से कहा; चला जा, तेरे विश्वास ने तुझे चंगा कर दिया है: और वह तुरन्त देखने लगा, और मार्ग में उसके पीछे हो लिया।”

मरकुस 10: 52

बाइबल में हम अनेकों बार तुरंत शब्द को पढ़ते हैं। जैसे अंधा तुरंत देखने लगा, लंगड़ा चलने लगा, गूंगा बोलने लगा, मुर्दा जी उठा, दुष्ट आत्मा निकल गयी, एक व्यक्ति शुद्ध हो गया, और आंधी तूफान थम गया। प्रभु यीशु मसीह ने तुरंत लोगों के जीवन में काम किया…आदि

वही प्रभु आज भी जिंदा है, आप विश्वास करें तुरंत आपके जीवन में बड़े काम होने जा रहा है, परमेश्वर का काम हमारे जीवन में तुरंत होने जा रहा है।

अगर आप किसी भी मुसीबत, बीमारी, परीक्षा, आर्थिक समस्या मैं है। तो प्रभु तुरंत आपके लिए उपाय करेगा, रास्ता निकालेगा, और आपकी मदद करेगा।

जिनके जीवन में तुरंत काम हुआ, उनमें से कई लोग अपना सब कुछ गवा दिए थे, उनके पास और कोई उपाय नहीं था केवल यीशु मसीह के ऊपर विश्वास और भरोसा रखने के सिवा,

और उन्होंने यीशु मसीह के ऊपर विश्वास रखा उसे पुकारा और यीशु मसीह ने तुरंत उनके जीवन में काम किया वह प्रभु आज आपके जीवन में भी तुरंत काम करेगा ,आप विश्वास कीजिए।

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26. शीर्षक- क्या आप कह पाएंगे ? | आज का बाइबल संदेश

“मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है।”

2 तीमुथियुस 4: 7

क्या आप कह पाएंगे ? मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है। अगर आपने इन तीनों बातों को अपने जीवन में पालन किया है या लेकर चले है, या चल रहे है,

तो आपके लिए परमेश्वर की ओर से एक ना मुरझाने वाला मुकुट रखा है जिसे प्रभु आपको अपने राज्य में देगा। क्या आप उसे पाने के लिए तैयार हैं ?

अगर नहीं है तो आज से तैयारी शुरू कर दीजिए, अच्छी कुश्ती लड़े मसीह मैं अपनी दौड़ पूरी करें, और हर हाल में अपने विश्वास की रखवाली करें।

हम पौलूस के जीवन को देखते हैं,उसके जीवन में बहुत से उतार और चढ़ाव आए, कई विषम परिस्थितियों का, उसे सामना करना पड़ा। प्रभु यीशु मसीह के लिए उसने बहुत दुख उठाया।

कई प्रकार के लोग और उनके बातों का सामना किया। इसके बाद भी उसने अपने विश्वास की रखवाली की। अच्छी कुश्ती लड़ा और मसीह में अपनी दौड़ को पूरी किया।

आज हम सबके लिए बहुत बड़ा चुनौती है, क्या आप इस चुनौती को लेने के लिए तैयार हैं? अगर है, तो आप भी एक दिन पौलूस के जैसे कॉन्फिडेंट के सांथ कहने पाएंगे ।

27. शीर्षक- प्रभु में सदा आनन्दित रहो… | मसीही वचन हिंदी में

“प्रभु में सदा आनन्दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्दित रहो।”

फिलिप्पियों 4: 4

प्रभु में सदा आनंदित रहो, जीवन में जो होगा,वह होगा और जो नहीं होगा वह नहीं होगा और जो होगा उसे परमेश्वर देख लेगा और संभाल लेगा ।

बस आप प्रभु में सदा आनंदित रहो । चाहे कुछ भी हो जाए, और आपको कुछ मिले या ना मिले, प्रभु की महिमा करते रहो। प्रभु के आनंद को अपना बल बना लो। देखना हर मुसीबत आसान हो जाएगा।

पौलुस और सिलास बंदीगृह में थे उसके बाद भी वे लोग आनंदित और मगन थे और प्रभु की आराधना कर रहे थे। और इसी कारण से बंदी ग्रह का द्वार खुल गया और वे लोग आजाद हो गए।

जब हम प्रभु में सदा आनंदित रहते हैं तब हर एक प्रकार की बातों के ऊपर हम जय को प्राप्त करते हैं। इसलिए सदा आनंदित रहिए।

28. शीर्षक- हम जीएं या मरें, हम प्रभु ही के हैं।

“क्योंकि यदि हम जीवित हैं, तो प्रभु के लिये जीवित हैं; और यदि मरते हैं, तो प्रभु के लिये मरते हैं; सो हम जीएं या मरें, हम प्रभु ही के हैं।”

रोमियो 14: 8

पौलुस रोमियो की कलीसिया के लोगों को कहता है यदि हम जीवित हैं तो प्रभु के लिए जीवित है और यदि मरते हैं तो प्रभु के लिए मरते हैं सो हम जिए या मरे हम प्रभु ही के है।

क्या आप विश्वास करते हैं आप जिए या मरे आप प्रभु के हैं। वह प्रभु आपको कभी न छोड़ेगा और न त्यागेगा और ना ही धोखा देगा ।

जगत और आपके जीवन के अंत तक वह आपके साथ रहेगा, आपकी रक्षा करेगा और आपकी अगुवाई करेगा। प्रश्न यह है अगर आप जीवित है तो क्या आप प्रभु के लिए जीवित है? प्रभु के लिए जी रहे हैं ?

कि संसार के लिए । याद रखिए संसार की बातें सब मिट जाएगा लेकिन जो प्रभु के लिए जिएगा, उसकी इच्छा पर चलेगा वह सर्वदा बना रहेगा।

29. शीर्षक- प्रतिदिन की रोटी परमेश्वर हमें देगा।

“हमारी दिन भर की रोटी आज हमें दे।”

मत्ती 6: 11

प्रभु यीशु मसीह ने अपने चेलों को प्रार्थना करना सीखया तो उसमें यह बात भी शामिल था कि हमारे दिन भर की रोटी आज हमें दें। हमें परमेश्वर से प्रतिदिन की रोटी के लिए प्रार्थना करना चाहिए । आज बहुत से लोगो के पास खाने के लिए भोजन,पहनने के लिए वस्त्र और रहने के लिए मकान नहीं है।

और वे बहुत चिंता और दुख में जीवन बिता रहे हैं ऐसे समय में हमें परमेश्वर को धन्यवाद देना चाहिए कि आज प्रभु की दया से हमारे पास सब कुछ है और कल के दिन के विषय में ज्यादा चिंता नहीं करना चाहिए क्योंकि आज के लिए जो परमेश्वर ने हमारे लिए रखा है वह हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।

प्रतिदिन का भोजन हमें मिलना चाहिए जो परमेश्वर हमें निश्चय देगा हम एलिय्याह के जीवन को देखते हैं की कैसे परमेश्वर ने उसे कौओं के माध्यम से भोजन खिलाया ।

वह परमेश्वर आज भी जिंदा है जो हमें कभी नहीं छोड़ेगा। बस हमें उस से यह प्रार्थना करना है कि हे परमेश्वर प्रतिदिन की रोटी हमें दिया कर वह जरूर हमें प्रतिदिन की रोटी देगा जिसे हम खा कर तृप्त हो जाएंगे। क्योंकि हमारा जिम्मेदारी परमेश्वर के हाथ में है।

30. शीर्षक- मुझे तो निश्चय है | मसीही वचन

“मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ानेवाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा।”

अय्यूब 19: 25

अय्यूब कहता है मुझे तो निश्चय है। मैं जानता हूं। कि मेरा छुड़ानेवाला परमेश्वर जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा।

हम अय्यूब के जीवन के विषय में जानते हैं कि उसके जीवन में कितना दुख और मुसीबत आया। उसके बच्चों का मृत्यु हो गया। उसका सारा संपत्ति बह गया।

इतना ही नहीं उसके शरीर में फोड़े और फुंसी हो गए। इसके बाद भी उसने परमेश्वर को अपने जीवन से ऊंचा उठाया, उसने कोई बुराई और पाप नहीं किया।

बल्कि पूरे विश्वास के साथ वह कहता है मुझे तो निश्चय है, मैं जानता हूं मेरा छुड़ाने वाला परमेश्वर जीवित है। और सच में परमेश्वर ने उसे छुड़ाया और जो कुछ उसने खोया था वह सब कुछ दुबारा उसे लौटा दिया।

क्योंकि वह जानता था, उसे निश्चिय था, उसे मालूम था कि उसका छुड़ाने वाला परमेश्वर जीवित है। क्या आपको निश्चय है ?क्या आप जानते हैं ? क्या आपको मालूम है ? की आपका छुड़ाने वाला परमेश्वर जीवित है। अगर हां तो वह निश्चय आपके के जीवन में बड़े – बड़े काम करेगा ।

आज का बाइबिल वचन

31. शीर्षक – सबसे बढ़कर परमेश्वर की बातों को मानना।

“परन्तु पतरस और यूहन्ना ने उन को उत्तर दिया, कि तुम ही न्याय करो, कि क्या यह परमेश्वर के निकट भला है, कि हम परमेश्वर की बात से बढ़कर तुम्हारी बात मानें।”

प्रेरितों के काम 4: 19

पतरस और यूहन्ना के जीवन से आज हम सीखते हैं कि उन्होंने मनुष्य की बातों से बढ़कर परमेश्वर के बातों को माना और उसका पालन किया।

स्वर्गारोहण के समय पर प्रभु यीशु मसीह ने उनको जो बातें कहा था उसका वे लोग पालन कर रहे थे। प्रभु ने अपने चेलों से कहा था कि जाओ सारे जाति के लोगों को चेला बनाओ,सुसमाचार का प्रचार करो,

जो बातें मैंने तुम्हें सिखाई है उसे मानना सिखाओ और देखो मैं जगत के अंत तक तुम्हारे साथ हूं ।

इन्हीं बातों का वे लोग पालन कर रहे थे । जब वे प्रचार कर रहे थे प्रभु का वचन सुना रहे थे, प्रभु के बातों को , लोगों को बता रहे थे।

तब बहुत से लोगों ने उनको धमकाया और मना किया कि आज के बाद तुम यीशु मसीह के नाम से प्रचार मत करना लेकिन उन्होंने मनुष्य की बातों से बढ़कर प्रभु यीशु मसीह के बातों का पालन किया और वे प्रचार करते रहे।

अंत में उन्होंने प्रभु यीशु मसीह के बातों का पालन करते करते अपना जान तक दे दिए। क्या आज हम मनुष्य के बातों से बढ़कर प्रभु के बातों को उसके वचनों को और उसके दिए हुए आज्ञा को बढ़कर मानते हैं? अपने आपसे पूछिए।

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6 thoughts on “31 हिंदी बाइबल स्टडी नोट्स | 31 Short Powerful Sermons in Hindi”

  1. Paster ji masish k padchinhon par chalo..iske vishay me aur gehrayi se likhna hai..mai aapko likh kr bhejungi, apko achha lage toh apne lekh me prakashit kijiyega..

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