दोस्तों आज हम बाइबिल सरमन इन हिंदी पढ़ेंगे. ये bible sermon in hindi हमारी आत्मिक उन्नति के लिए लाभदायक एवं सरल भाषा में तथा एक छोटे मीटिंग के लिए उपयोगी है. जिसे हम आज का बाइबल पाठ के रूप में भी पढ़ सकते हैं.
Bible Sermon in hindi #1 | परमेश्वर को खोजने की आशीषें
आज मसीही जगत की सबसे महत्वपूर्ण बात हम देखेंगे यदि हम वर्तमान दुनिया को देखे तो पूरी दुनिया सफलता उन्नति और आशीष ढूढ़ रही है और दुखित बात यह है कि मसीह लोग भी यही ढूढ़ रहे हैं. लेकिन बहुत ही सुंदर आयत भजन संहिता में पायी जाती है.
"यहोवा और उसकी सामर्थ को खोजो, उसके दर्शन के लगातार खोजी बने रहो!" (भजन 105:4)
क्यों भजन कार हमसे कहता है यहोवा परमेश्वर को खोजो. क्योंकि परमेश्वर को खोजने की अनेक आशीषें हैं. जो हम निम्न लिखित रूप से देख सकते हैं.
जो परमेश्वर को खोजते हैं परमेश्वर उनके संग रहता है.
(2 इतिहास 17:3) यहोशापात इस्राएल का राजा था बाइबल कहती है यहोवा परमेश्वर यहोशापात के संग रहा क्योंकि वह अपने मूलपुरुष दाऊद की प्राचीन चाल सी चाल चला और बाल देवताओं की खोज में न लगा।
दाउद की सी चाल चलने का मतलब राजा दाउद परमेश्वर की आराधना करने वाला था, भजन लिखता था. परमेश्वर के लिए वीणा बजाता था. और परमेश्वर के दिल सा व्यक्ति था.
जो परमेश्वर को खोजते हैं परमेश्वर उन्हें दृढ और स्थिर कर देता है.
वचन 4-5 :- यहोशापात अपने पिता के परमेश्वर की खोज में लगा रहता था और उसी की आज्ञाओं पर चलता था, और इस्राएल के से काम नहीं करता था। इस कारण यहोवा ने राज्य को उसके हाथ में दृढ़ किया.
यदि हम परमेश्वर को खोजते हैं परमेश्वर हमारे कामों को, व्यापार को, हमारे खेत खलियान को और वो तमाम बातों को जिनके लिए दुनिया भाग रही है हमारे लिए दृढ कर देगा.
वचन 5-6 :- सारे यहूदी उसके पास भेंट लाया करते थे, और उसके पास बहुत धन और उसका वैभव बढ़ गया। और यहोवा के मार्गों पर चलते चलते उसका मन मगन हो गया.
प्रभु यीशु ने कहा, है पहले तुम धर्म और राज्य अर्थात (परमेश्वर) की खोज करो तो बाकी सारी वस्तुएं तुम्हारी खोज करेंगी…मतलब तुम्हारे पीछे आ जाएँगी. (मत्ती 6:33)
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Bible Sermon in hindi #2 | परमेश्वर को जानें
उसने जो मुझ से स्नेह (प्रेम) किया है, इसलिये मैं उसको छुड़ाऊंगा; मैं उसको ऊंचे स्थान पर रखूंगा, क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है। (भजन 91:14)
जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए, सुखी और सम्पन्न होने के लिए मनुष्य क्या नहीं करता. हम सभी को परिश्रम करना भी है लेकिन हमें सबसे अधिक परिश्रम अपने परमेश्वर को जानने के लिए करना चाहिए.
आज के संसार में लोग पद पाने के लिए किसी भी दूसरे व्यक्ति को गिराने और उसकी कुर्सी छिनने के लिए क्या नहीं करता लेकिन परमेश्वर अपने लोगों को हिदायत देता है. तुम ऐसा नहीं करना मैं तुम्हें सिर बनाऊंगा पूछ नहीं बनाऊंगा.
हमें सिर्फ परमेश्वर से प्रेम करना है और उसे जानना है अपने बच्चों को भी परमेश्वर को जानने का हुनर सिखाइए. निम्नलिखित उदाहरण देखिये..
परमेश्वर को जानने वाले गरीब को भी परमेश्वर उठाता है.
वह कंगाल को धूलि में से उठाता; और दरिद्र को घूरे में से निकाल खड़ा करता है, ताकि उन को अधिपतियों के संग बिठाए, और महिमायुक्त सिंहासन के अधिकारी बनाए। (1 शमुएल 2:8)
धूली वो होती है जिसे हम अपने घर या दूकान से साफ़ करके हटा देते हैं उसकी कोई कीमत नहीं होती बेकार की होती है परमेश्वर कहते हैं मैं अपने लोगों को उस धूलि से उठाता हूँ और सिंहासन का अधिकारी बनाता हूँ.
परमेश्वर को जानने वाले सफलता पर सफलता पाते जाते हैं.
जैसे राजा दाउद को सफलता दिया…..दाऊद अपने सब कामों में सफलता में सफलता पाता गया, क्योंकि यहोवा उसके संग था। NLT (1 शमुएल 18:14) जो परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसे जानते हैं. परमेश्वर उन्हें सफलता की ऊचाइयों में लेकर चलता है.
परमेश्वर को जानने वाले की सारी जरूरतें परमेश्वर पूरी करता है.
मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा। (फिलिप्पियों 4:19)
संत पौलुस परमेश्वर को जानता था, इसलिए वह कहता है मेरा परमेश्वर. …वह परमेश्वर को व्यक्तिगत करते हुए कहता है मेरा परमेश्वर.
क्या आप परमेश्वर को इतना जानते हैं की उसे कह सके. मेरा परमेश्वर …तब वह आपकी सारी जरूरतें भी पूरी करेगा. क्योंकि उसके पास अगम्य धन है महिमा का धन है.जिसकी कोई सीमा नहीं.
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Bible Sermon in hindi #3 | परमेश्वर विजय दिलाता है
न्यायियों की पुस्तक में हम अद्भुत घटना को पाते हैं. इस्राएलियों के अगुवा मूसा के मरने के बाद यहोशु ने अगुवाई की थी लेकिन जब वे लोग कनान में बस गए और यहोशु भी मर गया तब. न्यायियों के विरुद्ध कनानी लोग युद्ध करने आये तब एक सवाल उठा कि हमारे ओर से कौन लडेगा.
यहोशू के मरने के बाद इस्राएलियों ने यहोवा से पूछा, कि कनानियों के विरुद्ध लड़ने को हमारी ओर से पहिले कौन चढ़ाई करेगा? (न्यायियों 1:1,)
तब परमेश्वर यहोवा ने उत्तर दिया, यहूदा चढ़ाई करेगा; सुनो, मैं ने इस देश को उसके हाथ में दे दिया है।
यहूदा ने चढ़ाई की, और यहोवा ने कनानियों और परिज्जियों को उसके हाथ में कर दिया; यहूदा के द्वारा ही विजय क्यों आई. पूरे देश ने आनन्द मनाई…
लेकिन परमेश्वर ने यहूदा के द्वारा ही ऐसा किया था. परमेश्वर ने यहूदा गोत्र को ही चुना . परमेश्वर जिसे चुनता है उसी के द्वारा काम करता है. जिस प्रकार परमेश्वर यिशै के पुत्रों में से दाऊद को छोड़कर और किसी को नहीं चुना.
और वही बाद में राजा बना और इस्राएल का सबसे अच्छा राजा कहलाएगा. जिसके द्वारा बड़े बड़े राजाओं को हरा दिया. गया. जब हम परमेश्वर के चुनाव को प्रथम स्थान में रखते हैं तो विजय पक्की है.
1. परमेश्वर ने उसे चुना था.
यदि परमेश्वर ने आपको चुना है तो वो काम जो परमेश्वर आपसे करवाना चाहता है वो केवल आप ही पूरा करेंगे. वो कहता है तुमने मुझे नहीं चुना बल्कि मैंने तुम्हें चुना है और ठहराया है ताकी तुम फल लाओ. यहाँ यहूदा इसलिए जीता क्योंकि
2. परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा परमेश्वर ने की थी
यह यहूदा की युद्ध कला या उसकी योग्यता नहीं थी कि वह जीता बल्कि यह परमेश्वर की प्रतिज्ञा थी की उसे विजय प्राप्त हुई. यदि परमेश्वर ने आपसे प्रतिज्ञा की है तो वह अपनी प्रतिज्ञा को पूरी अवश्य करेगा.
3. क्योंकि परमेश्वर यहूदा के संग था.
यहोवा यहूदा के साथ रहा, इसलिये उसने पहाड़ी देश के निवासियों निकाल दिया; परन्तु तराई के निवासियों के पास लोहे के रथ थे, इसलिये वह उन्हें न निकाल सका। (न्यायियों 1:19)
ये संदेश Bible Sermon in Hindi परमेश्वर के दास Rev. Vishal Saloman के द्वारा दिए गए हैं, आप जबलपुर के फुल गोस्पल चर्च में सेवा रत है यदि आपको इन वचनों से आशीष मिली है तो आप कमेन्ट में उनके लिए लिख सकते हैं. और इस बाइबल संदेश के लिए लोगों के साथ सोशल मिडिया में बाँट सकते हैं. धन्यवाद. #pastorvishalsoloman
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