तुम मसीह की सुंगध हो !
परमेश्वर पिता का धन्यवाद हो जो मसीह यीशु में लगातार हमें जय के उत्सव में लिए फिरता है, और अपने ज्ञान की सुगंध हमारे द्वारा सब जगह फैलाता है,
क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पानेवालों और नाश होने वालों दोनों के लिए मसीह की सुगंध हैं.
(2 कुरिन्थियों 2:14-15)
1. हमारा मसीही स्वभाव ही मसीही की सुगंध है.
खुशबु आते ही हमारे शरीर में ताजगी और चेहरे में मुस्कान smile ले आती है, सुगंध हमारे हृदय को प्रसन्न करती है सुकून देती है हरेक व्यक्ति खुशबु वाले स्थान में जाना पसंद करते हैं.
यहाँ पौलुस कहते हैं इस अंधकार के कामों से भरे संसार में जो कोई मसीह में है वो एक नई सृष्टी है वो एक नया मनुष्य है…
जब हमने मसीह को पहिन लिया है तो अब उसका स्वाभाव उसका चालचलन हमारे जीवन में दिखने लगता है… अत: अब हम मसीह की खुशबू हैं.. सुगंध हैं.
जो भी हमारे संपर्क में आता है फिर चाहे वह मसीह में हो या न हो उसे केवल मसीह की सुगंध ही प्राप्त होनी चाहिए
2. पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं मसीह की सुगंध है. (प्रकाशितवाक्य 8:3-4)
युहन्ना ने दर्शन ने देखा कि एक स्वर्गदूत सोने का एक धूपदान लिए हुए है और वो परमेश्वर के सिंहासन से सामने की वेदी में चढाया गया जिसमें धूप का धूआं और पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं थी जो परमेश्वर के पास पहुँच गया…
मित्रों हम जब प्रभु यीशु पर विश्वास करते हैं तो उसके लहू से धुल जाते हैं और इस रीती से विश्वास के कारण पवित्र ठहरते हैं और तब हमारी प्रार्थनाएं भी मसीह की सुगंध हो जाती हैं… और ऐसी प्रार्थनाएं परमेश्वर को प्रसन्न करती हैं…
3. बलिदान की सुगंध परमेश्वर के मन को प्रसन्न करती है. ( उत्पत्ति 8:20-22)
जलप्रलय के बाद जब परमेश्वर के दास नूह ने अपने तीन पुत्रों और बहुओं और अपनी पत्नी के साथ उस जहाज के बाहर आया तब उसने वेदी पर बलिदान चढ़ाया.
इस पर परमेश्वर यहोवा ने सुखदायक सुगंध पाकर, सोचा “मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को शाप न दूंगा…उस सुगंध ने परमेश्वर के क्रोध को शांत कर दिया.
आज भी यदि हम अपने जीवित शरीरों को परमेश्वर की सेवा हेतु बलिदान करते हैं वो परमेश्वर के लिए सुख दायक सुगंध ठहरती है…प्रभु आप सभी को आशीष दे
=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=+=
इन्हें भी पढ़ें
परमेश्वर की भेंट पर तीन अद्भुत कहानियां
यीशु मसीह की शिक्षा | Jesus Teaching on Faith
परमेश्वर आपके लिए सब कुछ पूरा करेगा (भजन 138:8)
मित्रों यहाँ हम परमेश्वर के स्वभाव देखने जा रहे हैं, उसका वायदा है जिस प्रकार भजनकार राजा दाउद भजन संहिता 138 में पूरे आश्वासन के साथ कहता है परमेश्वर मेरे लिए सब कुछ पूरा करेगा.
वो कभी न बदलने वाले परमेश्वर का वायदा आज हमारे लिए भी पूरा होता है कि परमेश्वर हमारे लिए भी सब कुछ पूरा करेगा. आइये परमेश्वर के वचन से देखते हैं कैसे क्योंकि…
(मत्ती 10:29-31) में लिखा है, “क्या एक पैसे में दो गौरिया नहीं मिलती तौभी तुम्हारे पिता परमेश्वर की इच्छा के बिना उनमें से एक भी भूमि पर नहीं गिर सकती …..
और (लूका 12 : 6 ) में लिखा है दो पैसों में पांच गौरियां नहीं मिलती…तौभी परमेश्वर उनमें से एक को भी नहीं भूलता. देखिए 1 पैसे में = 2 गौरिया और 2 पैसे में = 5 मतलब चार गौरिया खरीदने पर एक गौरिया free….
उस मुफ्त में मिलने वाली गौरिया का भी ध्यान परमेश्वर रखता है तो आप तो उन गौरैयों से कहीं बढ़कर हो….
वो आपका ध्यान क्यों न रखेगा. इस सन्दर्भ से हम निम्नलिखित चार बातें सीखते हैं.
1. परमेश्वर उपाय (प्रदान) करने वाला है (मत्ती 10:29)
यहोवा यीरे, अर्थात प्रदान करने वाला सारी जरूरतों को पूरा करने वाला, ये नाम परमेश्वर के एक दास अब्राहम ने दिया था जब उसके पुत्र ने उससे पूछा कि पिता जी,
बलिदान करने के लिए आग और लकड़ी और तलवार हमारे पास है लेकिन मेमना नहीं है.
उस समय अब्राहम अपने बेटे इशहाक को ही बलिदान करने जा रहा था तब बड़े विश्वास से अब्राहम ने कहा था, उपाय यहोवा परमेश्वर ही करेंगे.
दोस्तों जिस प्रकार उस छोटी चिड़िया की जिसकी कोई कीमत ही नहीं है परमेश्वर उपाय करता है. वो आपके लिए भी उपाय करेगा.
2. परमेश्वर आपको भली भाँती जानते हैं (मत्ती 10:30)
वचन 30 में लिखा है तुम्हारे सिर के सब बाल भी गिने हुए हैं, ये बात तो तय है कि, हमने आज तक अपने सिर के बाल तो नहीं गिने होंगे
लेकिन बाइबिल कहती है हमारा सृष्टिकर्ता परमेश्वर हमें इतनी बारीकी से जानता है कि हमारे सिर के सब बाल भी गिन लेता है और उसी तरह जैसे एक सरकारी जंगल में सभी पेड़ गिने हुए होते हैं.
सरकार उन सभी का एक नम्बर डाल देती है ताकि कोई चुरा न ले और काट न ले. परमेश्वर हमें भली भाँती जानते हैं, उतना जितना हम स्वयं को भी नहीं जानते.
3. परमेश्वर आपकी कीमत जानते हैं (मत्ती 10:31)
एक मनुष्य दूसरे मनुष्य की कीमत समझता हो या न समझता हो लेकिन परमेश्वर हम मनुष्यों की कीमत समझते हैं. वो कहते हैं तुम किसी भी चिड़िया से ज्यादा कीमती हो.
हमें अपने आप को कभी हीन नहीं समझना चाहिए. परमेश्वर कभी आपको नजरअंदाज नहीं करेंगे. जिसने हमारे उद्धार के लिए अपना एकलौता पुत्र भी नहीं रख छोड़ा, वो परमेश्वर हमें कैसे नजरअंदाज या ignore करेंगे.
फिर फर्क नहीं पड़ता की हम पढ़े लिखे हैं या अनपढ हैं या ऊंचे खानदान से या गरीब हैं उसकी नजर में हम सभी उसकी सन्तान हैं.
4. परमेश्वर लगातार हमारा ध्यान रखते हैं. (मत्ती 10:31)
वो परमेश्वर इतना दयालु है कि एक चिड़िया की भी देखभाल करता है वो हमारा भी ध्यान रखता है.
भजन संहिता 121:8 में भजनकार परमेश्वर की स्तुति करते हुए कहता है, वो परमेश्वर तेरे आने और तेरे जाने में तेरी रक्षा अब से लेकर हमेशा तक करेगा. हाँ दोस्तों वो परमेश्वर हमारी ओर लगातार कृपा की दृष्टि लगाए रखता है. उसकी आँखें हम पर लगातार लगी रहती हैं (नीतिवचन 15:3)
यदि आप हमारे साथ सोमवार से बुधवार शाम 8 बजे से 9 बजे तक बाइबिल ऑनलाइन अध्ययन करना चाहते हैं तो नीचे दिए नम्बर में सम्पर्क करें व्हाटस्प पर धन्यवाद….
दोस्तों परमेश्वर के वचन पढने के लिए शुक्रिया . मैं विश्वास करता हूँ आप स्वस्थ और सुरक्षित होगे. Hindi Bible Vachan | Hindi Bible Study | आज का वचन आप को ये संदेश कैसे लगते हैं कृपया मुझे कमेन्ट करके अवश्य बताएं.
और आप इस ब्लॉग को और बेहतर बनाने के लिए सलाह दे सकते हैं. आप क्या पढना चाहते हैं. कौन सा सवाल आपके मन को अशांत किये हुए है कृपया कमेन्ट में लिखकर बताएं. अगला लेख उसी विषय पर लिखने की हम कोशिश करेंगे. प्रभु आपको आशीष दे धन्यवाद
बाइबिल का महत्व (प्रेरणादायक कहानियां)
यीशु मसीह के वचन | बाइबिल के वचन | Powerful Jesus Quotes
“मैं तुझ से सच सच कहता हूँ, यदि कोई नए सिरे से न जन्म ले तो परमेश्वर का राज्य देख नहीं सकता”
(यूहन्ना 3:3)
“जो कुछ तुम चाहते हो की मनुष्य तुम्हारे लिए करें, तुम भी उनके साथ वैसा ही करो”
(मत्ती 7:12)
“मार्ग सत्य और जीवन मैं ही हूँ, बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता.”
(यूहन्ना 14:6)
“यदि तुम मनुष्य के अपराध क्षमा करोगे, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता भी तुम्हें क्षमा करेगा.”
मत्ती 6:14
“स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है.”
(मत्ती 28:18)