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Life Changing Story in Hindi | लाइफ चेंजिंग सच्ची कहानी

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दोस्तों आज हम सुनेंगे एक सच्ची Life Changing Story in Hindi | लाइफ चेंजिंग सच्ची कहानी. हम जानते हैं जबरदस्त मोटिवेशनल कहानी हमेशा हमें प्रेरणा देती हैं लेकिन रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी की बात ही कुछ और होती है जिसे हम अपने जीवन की कहानी में सोचने के लिए मजबूर कर देती है. तो आइये शुरू करते हैं.

आगरा वाले सूरज भाई की कहानी | Life Changing Story in Hindi

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Image by Dayron Villaverde from Pixabay life-changing-story-in-hindi

दोस्तों मेरा नाम सूरज है मैं, उत्तर प्रदेश के खूबसूरत शहर आगरा में एक साधारण से परिवार में रहता था. मैं अपने मोहल्ले के सभी बच्चों के साथ खेलता और शरारतें भी करता लेकिन पढने में बहुत होशियार था.

मेरा पढने में खूब मन लगता था. लोग ऐसा कहते थे की सूरज तेरा शरीर गठीला है तू बहुत तेज भाग सकता है इसलिए सभी बच्चे अपने साथ खेलने के लिए बुलाया करते थे.

उसके साथ खेलने वाले बच्चों में उस समय किसी ने भी नहीं सोचा था मेरा जीवन कितनी भयानक रीती से बुराई में बदल सकता है.

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बुराई का पहला कदम | रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी

जब मैं 2009 में 10 वीं कक्षा में पास हुआ तो मुझे लगा अब मैं बड़ा हो गया हूँ जवान हो गया हूँ. मुझे अपने माता पिता की सहायता करना चाहिए मतलब पैसे कमा कर माँ बाप के लिए कुछ करना चाहिए.

मैं दूसरे बड़े लोगों को देखता कि किस प्रकार वे लोग सुबह काम करने जाते और शाम को अपने बच्चों के लिए कुछ लेकर आया करते हैं.

और काम करने वालों में बहुत से लोग अनपढ़ थे मुझे लगा मैं भी बहुत नहीं तो कुछ तो अपने परिवार के लिए कर ही सकता है. आखिर मैंने 10वीं कक्षा तक पढाई की है.

मैं अपने खेलने के समय में घर से निकलता लेकिन खेलने के लिए नहीं जाता बल्कि अपनी उम्र से बड़े लोगों के साथ उठता बैठता और पूछता कि मैं पैसे किस रीति से कमा सकता हूँ.

मुझे पैसे कमाने थे ज्यादा पैसे. मुझे उन बड़े लड़कों की आदते अच्छी नहीं लगती थीं उनका गुटखा तम्बाखू खाना और बीडी सिगरेट पीना…

लेकिन मैंने सोचा मुझे इनसे क्या मुझे तो केवल पैसे कमाना है. इसीलिये मैं इनके साथ हूँ एक बार पैसे कमाना सीख जाऊं तो मैं इनका साथ छोड़ दूंगा.

लेकिन उनमें से कोई भी मुझे सीधे सीधे नहीं बताता था. वो मुझे यहाँ वहां घुमाते. अपना काम निकालते और मुझे यूं ही छोड़ देते थे.

एक दिन उन्हीं में से एक व्यक्ति ने मुझे एक काम दिया और कहा रात का काम काम है करोगे. हालाकिं मेरे घर वाले इसकी अनुमति नहीं देते कि मैं रात का काम करूं लेकिन मैं पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार था.

मैंने पूछा क्या काम है और कितने रूपये मिलेंगे उसने कहा, काम बहुत सरल है साइकल चलाना है मैं जहाँ बुलाऊं वहां आना है. और तुम्हें 5000 रूपये मिलेंगे. और इतना कहकर उसने मेरे हाथ में पांच हजार रूपये रख दिए.

मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा. मैं तुरंत राजी हो गया. दो चार दिन तक वो मुझे रात को बुलाता और रोज खर्चे के लिए कुछ पैसे भी दिया करता था.

और थोड़ा साइकल में इधर उधर जाकर वो मुझे आगरा केंट रेलवे स्टेशन के पास एक ऑटो में सोने के लिए स्थान भी दे देता था वो और मैं अपने घर में बिना बताए यह सब कर रहा था.

और पूछने पर बोल देता था मित्रों के यहाँ पढ़ाई करने जाना है. पर मेरे अन्दर एक सवाल चल रहा था यह भला व्यक्ति जो मुझे महीने के पांच हजार रूपये दे रहा है और रोज के कुछ अलग से पैसे भी देता है

आखिर यह स्वयं करता क्या है. इसी उधेड़बुन में मैं एक दिन रात उस व्यक्ति का पीछा किया तो मैंने दूर से क्या देखा यह तो चोर है…वह ताला बंद घरों में रात को ताला तोड़ कर चोरी करता है.

और जो साइकल वह मुझे दिया है उसमें पीछे उसी का वो ताला तोड़ने का समान रखवाता है. मुझे यह जानकार बहुत बुरा लगा कि मैं यह क्या कर रहा हूँ…एक चोर का साथ दे रहा हूँ…मैं यह काम छोड़ना चाहता था.

लेकिन उस व्यक्ति ने मुझे समझाया और कहा, देखो जल्दी पैसे कमाने और ज्यादा पैसे कमाने का इससे आसान और कोई तरीका नहीं है.

आखिर तुम इन पैसों को अच्छे कामों में ही तो लगाओगे न, इसलिए यह कोई बुराई नहीं है. मुझे लगा इसकी बात में दम है. और मैं पहली बार उस व्यक्ति के साथ इस काम में साथ देने के लिए चल पड़ा.

और फिर एक के बाद एक कदम बढाते हुए मैं उस दलदल में धंसता जा रहा था. लेकिन एक दिन मैं चोरी के केश में पकड़ा गया. और मेरे ऊपर दो पुलिस केश लगाए गए. मुझे जेल भेज दिया गया.

मेरे माता पिता को जब यह पता चला जिन्होंने पहले कभी पुलिस थाना का मुंह भी नहीं देखा था. तो उन पर तो जैसे पहाड़ टूट पड़ा. सारे मोहल्ले में मेरे परिवार की बदनामी हो चुकी थी. सभी को पता चल गया था मैं क्या काम करता हूँ.

कहानी कभी हिम्मत न हारें

प्रभु यीशु के साथ मुलाक़ात

2010 में मेरी मौसी की बेटी मेरी बहन पुष्पा जो प्रभु यीशु की प्रार्थना किया करती थी उसने मुझे अपने घर बुला लिया और वहां मैं पहली बार एक प्रार्थना सभा में शामिल हुआ.

मैं भी अपनी आँखे बंद करके वहां बैठा था मुझे लगा कोई अदृश्य हाथ मुझे स्पर्श कर रहा है और मैं रो रहा था. पुष्पा दीदी ने मेरे जीवन को बदलने के लिए मेरे लिए बहुत प्रार्थना की.

मैं प्रभु यीशु को जान गया था लेकिन पुलिस मेरा पीछा नहीं छोड़ रही थी. जब भी हमारे क्षेत्र में कोई वारदात होती पुलिस मुझे ही ढूंढने लगती और मैं तुरंत अपने घर से भाग कर यहाँ वहां छिपकर अपनी जान बचाता था.

मेरा जीवन डर से भरा हुआ था. मैं एक अच्छा व्यक्ति बनना चाहता था. इज्जत की जिन्दगी जीना चाहता था. लेकिन मेरा अतीत मुझे आजाद नहीं कर रहा था.

सन 2015 में एक दिन मेरे पुराने मित्रों ने मुझे अपने साथ एक मोटरसाइकल में बिठा कर घुमाने ले कर गए तभी उन्होंने मेरे सामने ही एक महिला के गले से सोने की चेन को छीन लिया.

मैं आर्थिक तंगी से तो जा ही रहा था मैंने फिर से उनके साथ वही बुरे कामों में फंस गया. अब मैंने नशा और धुम्रपान करना भी आरंभ कर दिया था. जीवन बद से बद्दतर होता जा रहा था.

लेकिन एक बार फिर जब पुलिस ने मुझे पकड़ा तो मुझ पर एक बार फिर मैं अपनी ही दृष्टि में गिर गया था. और मुझ पर दो केश लगा दिए गए थे.

सम्पूर्ण मन फिराव | Total Life Changing

वहां से निकलने के बाद मैं पुष्पा दीदी जो मेरे लिए प्रार्थना करती थी उनके द्वारा एक परमेश्वर के दास से मिला जिन्होंने मुझसे कहा तुम्हें पश्चाताप की प्रार्थना करने की जरूरत है.

मुझे लगा क्या मुझे अब भी प्रभु परमेश्वर क्षमा कर सकते हैं और अपना सकते हैं. मैं सुबह से शाम तक प्रार्थना करता रहा. और उस प्रार्थना के बाद मुझे लगा जैसे मैं एक नया मनुष्य बन गया हूँ.

मैंने बाइबल का अध्ययन करने का निर्णय लिया और प्रभु ने मेरी सहायता की कि दो वर्षीय बाइबल अध्ययन करके मैं प्रभु के विषय में और परमेश्वर के वचन के विषय में सीख पाया.

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और परमेश्वर ने सचमुच मेरे जीवन में अनुग्रह किया और लोगों का भी साथ मुझे मिला. जब मेरे जीवन में कोई उम्मीद नहीं थी उस समय मेरे जीवन में परमेश्वर ने मुझे इस्तेमाल करना शुरू किया मेरे द्वारा मेरे माता पिता भी प्रभु को जानने लगे.

और भी लोगों ने मेरे बदले जीवन के कारण आशीष पाई और परमेश्वर ने मुझे मेरे जीवन साथी से मुझे मिलाया. मुझे एक परमेश्वर का भय मानने वाली पत्नी प्रभु ने दी.

सन 2018 से मैंने सोचा अब यह जीवन प्रभु परमेश्वर के लिए और दूसरों की भलाई के लिए ही जियूँगा. मेरे विवाह के पश्चात मैं गाँव गाँव में प्रभु की सेवा करने लगा.

और लोगों को सही रास्ता बताने और अच्छा जीवन जीने के लिए प्रेरित करने लगा. 2021 में जब लॉक-डाउन था तब परमेश्वर ने मुझे एक खूबसूरत बेटा देकर आशीषित किया.

आज मैं बहुत खुश हूँ. मैं एक ही प्रार्थना करता हूँ मैं और मेरा घराना परमेश्वर ही की सेवा करेगे. आप सभी से निवेदन है मेरे लिए प्रार्थना करें. मेरे ऊपर अभी भी दो केश हैं.

प्रभु उन पुलिस केश से मुझे आजाद करें ताकि मैं बिना किसी टेंसन के सेवा कर सकूं. धन्यवाद.

Conclusion

दोस्तों मैं भाई सूरज से पिछले दिनों एक प्रार्थना सभा में मिला था. और मुझे उनकी कहानी बहुत प्रेरणादायक लगी इसलिए इस सच्ची कहानी को मैंने इस ब्लॉग में रखना चाहा.

इनके अन्दर प्रभु के प्रति बहुत प्रेम और जूनून है. और ख़ास बात ये ऐसे ही बुरे रास्ते में चलने वालों के बीच उन्हें सुधारने के लिए सेवा कर रहे हैं.

आपको यह सच्ची कहानी कैसी लगी कमेन्ट करके जरुर बताएं. और यदि आप सोचते हैं आपकी कहानी भी बहुतों को प्रेरणा दे सकती है तो जरुर मुझे इमेल करके मुझे अपनी कहानी भेज सकते हैं. धन्यवाद.

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पास्टर सूरज सिंग …आज एक परमेश्वर के दास हैं जो लोगों के जीवन को बदलने के लिए सेवारत हैं.

rajeshkumarbavaria@gmail.com


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