दोस्तों आज हम सीखेंगे What is the God’s perfect timing in hindi | Ecclesiastes 3:11 मतलब परमेश्वर का सिद्ध समय कौन सा है. और हम उसे कैसे जान सकते हैं.
What is the God’s Perfect Timing in Hindi | Ecclesiastes 3:11
हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है. (सभो. 3:1)
परमेश्वर स्वर्ग में रहता है उसी ने समय की सृष्टि की है, वो समय से बाहर है, परन्तु आकाश के नीचे रहने वालों के लिए हर बात का उसने समय निर्धारित किया है.
वो हम मनुष्यों के लिए सब कुछ ठीक समय पर करता है. उसकी टाइमिंग कभी गलत नहीं होती. अनेक बार हमें लगता है इस समय होना चाहिए था या उस समय होना चाहिए था. या बहुत देर हो रही है.
लेकिन परमेश्वर भली भाँती जानता है वो सिद्ध समय कौन सा है. न तो परमेश्वर कभी देरी से करता है और न कभी जल्दी करता है वो ही उसका समय है.
हो सकता है आपको भी वैसा लग रहा हो जिस प्रकार मरियम को लग रहा था दाखरस घट गया है, लोग बैचेन हैं मेहमानों के सामने बेज्जती हो सकती है. प्रभु कुछ करता क्यों नहीं???…
और मानो प्रभु कह रहा हो…मेरा समय अभी नहीं आया. आप बैचेन न हों उसके उस सिद्ध समय का इंतजार करें भरोषा करें वो कभी देर नहीं करेगा. यदि आपको सचमुच लगता है कि बहुत देर हो गई है तो याद रखें वो लाजर को मुर्दों में से जी उठाकर भी उससे कह सकता है, देर नहीं हुई…
समय तो उसी के हाथ में है. बस आप और मैं अब्राहम के जैसे विश्वास रखें जब उसका बेटा कह रहा था डैडी, (पापा) लकड़ी है आग भी है और तलवार भी लेकिन मेमना कहाँ है उस समय किसी भी बाप के लिए जवाब देना मुश्किल हो सकता था
लेकिन अब्राहम ने जवाब दिया यहोवा उपाय करेगा वो यहोवा यिरे है….न तो पहले न तो बाद में हालाकि शायद अब्राहम को भी नहीं मालुम था कब उपाय करेगा लेकिन उसे भरोषा था उपाय जरुर करेगा. और जब तलवार उठा ही लिया था उस आखरी घड़ी में उस आखरी क्षण में उपाय हुआ….
भरोषा रखें आपके लिए भी उपाय उसी सिद्ध समय में होगा लेकिन उपाय होगा जरुर….उसमें देरी ना होगी…
श्राप का कारण और उपाय
जैसे गौरिया घूमते घूमते और सूपाबेनी उड़ते-उड़ते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता. (नीतिवचन 26:2)
अनेक प्रकार के श्रापों में से गरीबी और कंगाली भी एक श्राप है. बाइबल बताती है श्राप केवल एक ही कारण से आते हैं वो है अनाज्ञाकारिता के कारण.
मतलब परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करने से.
सबसे पहले श्राप का जिक्र उत्पत्ति में ही किया गया था. जहाँ परमेश्वर ने शैतान को और आदम और हव्वा को और उनके द्वारा धरती में भी श्राप आया था.
अनेक बार परमेश्वर की आज्ञा न मानने और न सुनने के कारण मनुष्य के जीवन में गरीबी और कंगाली आती है. (व्यवस्थाविवरण 28:15-19)
किसी ने कहा है, यदि हम गरीबी में पैदा होते हैं तो यह हमारी गलती नहीं है लेकिन यदि हम गरीबी और कंगाली में ही पड़े रहते हैं और उससे निकलने के लिए कुछ नहीं करते हैं तो यह जरूर हमारी ही गलती है.
यदि आज्ञा न मानने के कारण श्राप आता है तो आज्ञा मानने और परमेश्वर की सुनने के द्वारा आशीष और आशीर्वाद भी आते हैं.(व्यवस्थाविवरण 28:1-14)
खुशखबरी यह है कि अब हम यीशु मसीह में पाए जाते हैं, और जो कोई मसीह यीशु में है उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं है. (रोमियो 8:1)
अब हम एक नई सृष्टि हो गए हैं. पुरानी बातें बीत गई सब कुछ नया हो गया. प्रभु यीशु ने हमें अपने लहू के द्वारा खरीद कर हमें व्यवस्था के श्रापों से छुड़ा लिया है.(गला.3:13)
एक विश्वासी को क्या करना जरुरी है
Conclusion
आज हमने दो वचनों पर और दो विषयों पर मनन किया है एक What is the God’s Perfect Timing in Hindi | Ecclesiastes 3:11 और दूसरा श्राप कैसे पड़ते हैं और उनका उपाय क्या है.
विश्वास करते हैं आज का बाइबिल वचन आपके लिए आशीष का कारण होगा यदि आप प्रतिदिन बाइबिल मनन पढना चाहते हैं तो आप हमारे बाइबिल वाणी एप्प को डाउनलोड भी कर सकते हैं और लोगों को भी शेयर कर सकते हैं. कृपया अपने कमेन्ट करके अवश्य बताएं.
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