9. शीर्षक- जीवन के अंतिम समय में. | हिंदी सरमन नोट्स
“यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा मैं तो मरने पर हूं; परन्तु परमेश्वर निश्चय तुम्हारी सुधि लेगा, और तुम्हें इस देश से निकालकर उस देश में पहुंचा देगा, जिसके देने की उस ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाई थी।”
उत्पत्ति 50: 24
जीवन के अंतिम समय में यूसुफ ने अपने भाइयों का हौसला और हिम्मत बढ़ाया । और उन्हें परमेश्वर के प्रतिज्ञाओं को स्मरण दिलाया। उन्हें इस बात को बताया कि परमेश्वर ही है, जो इस दुनिया में तुम्हारी सुधि लेगा और तुम्हें प्रतिज्ञा के देश में पहुंचाएगा ।
जिसके देने की प्रतिज्ञा उसने अब्राहम, इसहाक और याकूब से की थी। सच में अपने जीवन के अंतिम समय तक परमेश्वर का होकर जीना और उसकी प्रतिज्ञाओं को स्मरण रखना तथा आने वाली पीढ़ियों को इसके विषय में बताना बहुत महत्वपूर्ण बात है।
मनुष्य मिट्टी से बना और एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा, खाली हाथ आया और खाली हाथ लौट जाएगा लेकिन उसने जो किया है वह रह जाएगा।
यूसुफ ने जो अपने भाइयों के लिए किया, अपने देश के लिए किया अपने लोगों के लिए किया वहीं रह गया जिसे आज भी हम याद करते है उसके विषय में बाइबल में पढ़ते हैं।
इसलिए जीवन के अंतिम समय तक परमेश्वर का होकर जियें और उसके विषय में चर्चा करते रहें।
ये भी पढ़ें : चिंता कैसे त्यागे
10. शीर्षक- मैं अपने देश के लिए क्या कर सकता हूं ?
“तब यदि मेरी प्रजा के लोग जो मेरे कहलाते हैं, दीन होकर प्रार्थना करें और मेरे दर्शन के खोजी होकर अपनी बुरी चाल से फिरें, तो मैं स्वर्ग में से सुनकर उनका पाप क्षमा करूंगा और उनके देश को ज्यों का त्यों कर दूंगा।”
2 इतिहास 7: 14
इस कठिन और दुख के समय में जब चारों तरफ अंधकार, महामारी, डर,भय, खौफ,और मातम छाया हुआ है इस बीच में, मैं अपने देश और लोगों के लिए क्या कर सकता हूं ?
ज्यादा कुछ तो नहीं कर सकता लेकिन मैं घुटने टेक कर अपने खुदा से प्रार्थना कर सकता हूं ।
कि प्रभु हमारे देश को चंगा करें और ज्यों का त्यों कर दे। क्योंकि हमारा परमेश्वर अनुग्रह कारी और दयावंत है। वह जरूर हमारी प्रार्थनाओं को सुनकर हमारे देश में से महामारी को दूर करके चंगा करेगा और ज्यों का त्यों कर देगा।
बाइबल में कई लोगों ने देश के लिए प्रार्थना किया और परमेश्वर ने उनके प्रार्थनाओं को सुनकर उत्तर दिया। जैसे याबेश प्रार्थना किया ।
1इतिहास 4: 10 और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कहकर पुकारा, कि भला होता, कि तू मुझे सचमुच आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साथ रहता, और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित न होता !
और जो कुछ उस ने मांगा, वह परमेश्वर ने उसे दिया। मतलब परमेश्वर ने उसके देश को बढ़ाया और आशीषित किया। उसी प्रकार जब आज हम प्रार्थना करेंगे तब परमेश्वर हमारी प्रार्थना को सुनकर हमारे देश पर अनुग्रह करेगा और इस महामारी को दूर करके चंगा कर देगा और हमारे देश को ज्यों का त्यों कर देगा।
11. शीर्षक- स्वार्थी लोग | पवित्र बाइबल वचन हिंदी में
“फिर भी पिलानेहारों के प्रधान ने यूसुफ को स्मरण न रखा; परन्तु उसे भूल गया।”
उत्पत्ति 40: 23
इस संसार में स्वार्थी या मतलबी लोगों की कमी नहीं है । जब काम रहता है तब लोग हमें याद करते हैं और हमें इस्तेमाल करते हैं । उसके बाद जब काम निकल जाता है तब वे भूल जाते हैं ।
युसूफ जब बंदीगृह में था, तब वहां के दो कैदी पिलानेवाले और पकानेवाले ने स्वप्न देखा । दोनों के स्वप्नों का अर्थ यूसुफ ने उनको बता दिया, कि ‘तुम्हारे साथ आने वाले दिनों में क्या होने वाला है’ ।
यूसुफ ने पिलाने वाले से कहा जब तेरा भला हो जाए जब तू इस बंदी गृह से छूट जाए तो मुझे भी स्मरण करना और मेरी चर्चा फिरौन से करना ताकि मैं भी इस बंदीगृह से आजाद हो जाऊं । लेकिन पीलानेहारे ने युसूफ को स्मरण न रखा और उसे भूल गया। जबकि आज वह युसूफ ही के कारण से आजाद और स्वतंत्र हो पाया था ।
लेकिन यह व्यक्ति एक क्षण में सब कुछ भूल गया कि कैसे जेल में रहते हुए यूसुफ ने उसका साथ दिया था। कई बार हमारे साथ भी ऐसा ही होता है हम दूसरों के लिए जीवन बिताते हैं दूसरों की मदद करते हैं दूसरों को आगे बढ़ाते हैं। लेकिन जब हमें आवश्यकता होती है तो हमारा साथ कोई नहीं देता । जिसके कारण हम निराश और दुखी हो जाते हैं लेकिन हमें निराश और दुखी नहीं होना है. परंतु अपने कामों को करते जाएं परमेश्वर हमें स्मरण रखता है और हमारे साथ रहता है।
12. शीर्षक- महामारी से न डरे। | आज का वचन
“वह तो मुझे बहेलिये के जाल से, और महामारी से बचाएगा “
भजन संहिता 91: 3
दुनिया में आने वाली महामारी और विपत्तियों से ना डरे। क्योंकि इनका आना और होना अवश्य है। क्योंकि प्रभु ने पहले से ही कह दिया था कि अंत के दिनों में ऐसा होगा और आज हो रहा है इसलिए हम डरे और घबराए ना।
परंतु परमेश्वर के ऊपर भरोसा रखें परमेश्वर की शरण ले अधिक से अधिक प्रार्थना करने में समय बिताएं। पुराने नियम में भी महामारी के रूप में दस विपत्तियाँ आयी थी, लेकिन परमेश्वर ने इस्राएली लोगों को महामारी और विपत्तियों से बचाकर प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश कराया। सदोम और अमोरा में जब आग और गंधक बरसा कर लोगों को नाश करने के समय में परमेश्वर ने लूत के परिवार को बचा लिया ।
जब दुनिया में जल प्रलय आया तब परमेश्वर ने नूह के परिवार को बचा लिया। यारिहो शहर को जब नाश किया गया तब परमेश्वर ने राहाब के परिवार को बचा लिया था। उसी प्रकार परमेश्वर इस संसार में आने वाले हर एक महामारी और विपत्ति से हमें बचा कर रखेगा और एक दिन अपने प्रिय पुत्र प्रभु यीशु मसीह के राज्य में पहुंचाएगा इसलिए महामारी और विपत्तियों से ना डरे ।
13. शीर्षक- आलसी | आज का पवित्र बाइबल वचन
“हे आलसी, च्यूंटियों के पास जा; उनके काम पर ध्यान दे, और बुद्धिमान हो।”
नीतिवचन 6: 6
प्रभु यीशु मसीह कभी नहीं चाहता कि हम अपने जीवन में और अपने कामों में आलसी रहे। हमें हमेशा हर कार्यों के लिए हर बातों के लिए जागृत रहना है हम 10 तोड़ो के दृष्टांत में देखते हैं । कि स्वामी ने अपने दासो को बुलाकर अपनी संपत्ति उन को सौंप दी ।
उसने एक को पांच तोड़े दूसरे को दो तोड़े और तीसरे को एक तोड़ा अर्थात हर एक को उसकी सामर्थ्य के अनुसार दिया और तब वह प्रदेश चला गया। और वापस आकर उसने तोड़ो का हिसाब लेने लगा तब जिसके पास 5 तोड़े थे उसने और पांच कमाए और जिसके पास दो तोड़े थे उसने दो और कमाया परंतु जिसके पास एक तोड़ा था उसने कुछ भी नहीं कमाया उसने मेहनत भी नहीं किया ।
उसके स्वामी ने उससे कहा है आलसी और निकम्मे दास और फिर उसे अंधेरे में डाल दिया गया जहां रोना और दांत पीसना होगा। अगर वह आलसी नहीं होता, मेहनत करता, आगे बढ़ता तो निश्चय उसे भी विश्वासयोग्य, धर्मी और अच्छे दास की उपाधि मिलती और वह भी प्रभु के आनंद में शामिल होता। परंतु ऐसा नहीं हो पाया उसका आलसपन उसे ले डूबा । इसलिए हमें आलसी नहीं बनना है।
14. शीर्षक- क्या कोई कभी कह सकता था ?
“फिर उस ने यह भी कहा, कि क्या कोई कभी इब्राहीम से कह सकता था, कि सारा लड़कों को दूध पिलाएगी ? पर देखो, मुझ से उसके बुढ़ापे में एक पुत्र उत्पन्न हुआ।“
उत्पत्ति 21: 7
क्या कोई कभी कह सकता था ? कि सारा 90 वर्ष में मां बनेगी, या दाऊद भेड़ बकरियों को चराने वाला राजा बनेगा। या 38 वर्ष से बीमारी में पड़ा हुआ व्यक्ति चंगा होगा या जन्म का अंधा व्यक्ति देखने लगेगा और लाजर मुर्दों में से जी उठेगा। या लाल समुद्र दो भाग हो जाएगा और यरीहो का दीवार गिर जाएगी।
कोई नहीं कह सकता था, कि ऐसा अद्भुत काम होगा । लेकिन परमेश्वर ने ऐसा अद्भुत काम करके दिखा दिया। क्योंकि हमारा परमेश्वर असंभव को संभव में बदलता है । सारा कहती है, क्या कोई कभी कह सकता था कि, ‘मैं मां बनूंगी और अब्राहम पिता बनेगा या बुढ़ापे में भी उसका संतान होगी।
कोई नहीं कह सकता था, कोई उम्मीद भी नहीं कर सकता था । लेकिन परमेश्वर ने उनके जीवन में ऐसे काम करके दिखा दिया । जिसके कारण उनका जीवन आशीषित हो गया। उम्मीद से बढ़कर, जरूरत से ज्यादा सोचने से बढ़कर परमेश्वर हमारे जीवन में काम करता है।
15. शीर्षक- तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं… | परमेश्वर का वचन इन हिंदी
“इस से आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में है, परन्तु इस से आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं।”
लूका 10: 20
प्रभु यीशु मसीह ने अपने चेलों से कहा, तौभी इस से आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में हैं । परन्तु इस से आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं। चिन्ह और चमत्कार, छुटकारा और चंगाई से केवल आनंदित नहीं होना चाहिए परंतु हमें इस बात से आनंदित होना है कि हमारे स्वर्ग में लिखे गए हैं।
प्रभु यीशु मसीह ने चेलों को बुलाया उन्हें सामर्थ और अधिकार दिया और उनके द्वारा बड़े काम होने लगे और वे इस बात से आनंदित थे लेकिन यीशु मसीह ने कहा कि यह तुम्हारे आनंद का मुख्य विषय यह नहीं है परन्तु तुम्हारे आनंद का मुख्य विषय है, कि तुम्हारे नाम स्वर्ग में लिखे गए हैं ।
मेरे प्रिय लोगों, अगर आज हमारे जीवन के द्वारा बड़े, महान और सामर्थ्य के काम हो रहे हैं और हम प्रभु के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं । कई प्रकार के चिन्ह और चमत्कार हमारे जीवन से हो रहे हैं यह हमारे लिए इतना ज्यादा आनंद का विषय नहीं है परंतु सबसे ज्यादा हमारे लिए आनंद का विषय है कि हमारे नाम स्वर्ग में लिखे गए हैं।
16. शीर्षक- धोखे का बदला धोखा | सर्वशक्तिमान परमेश्वर का वचन
“भोर को मालूम हुआ कि यह तो लिआ है, सो उस ने लाबान से कहा यह तू ने मुझ से क्या किया है ? मैं ने तेरे साथ रहकर जो तेरी सेवा की, सो क्या राहेल के लिये नहीं की ? फिर तू ने मुझ से क्यों ऐसा छल किया है ?”
उत्पत्ति 29: 25
दूसरे लोगों को धोखा देना उनको फंसाना, उनके साथ बेईमानी करना और छल करना। आज के समय में कई लोगों के लिए बहुत ही आसान बात हो गई है। वे डरते भी नहीं कि आगे उनके साथ क्या होगा और जरा भी नहीं सोचते कि आज जैसा वे कर रहे हैं, कल उनके साथ भी वैसा ही होगा।
क्योंकि मनुष्य जैसा बोएगा, एक दिन वैसा ही काटेगा । हमारे सामने याकूब एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे उसने अपने भाई के साथ धोखा किया, धोखे से उसके पहलोठे का अधिकार और आशीष ले लिया उसने अपने भाई के साथ बेईमानी किया, उसे धोखा दिया और अंत में क्या हुआ ? उसके साथ भी वही हुआ जो उसने अपने भाई के साथ किया था।
वह राहेल से प्रीति रखता था और उसके साथ वह विवाह करना चाहता था लेकिन राहेल के बदले उसका लिया के साथ विवाह हो गया, उसके साथ भी धोखा हुआ। इसलिए हमें हमेशा यह ध्यान देना है कि आज जैसा हम बोएंगे कल वैसे ही काटेंगे, हमारा आज हमारे कल को निर्धारित करेगा ।
<<<पिछले पेज के लिए अगले पेज के लिए क्लिक करें >>>
इन्हें भी पढ़ें
praise the lord
Yes
Praise the Lord Dear brother Vishal
Praise the lord
Paster ji masish k padchinhon par chalo..iske vishay me aur gehrayi se likhna hai..mai aapko likh kr bhejungi, apko achha lage toh apne lekh me prakashit kijiyega..
जरुर प्लीस लिखिए धन्यवाद