पवित्रशास्त्र बाइबल में परमेश्वर ने 1260 स्पष्ट वायदे किये हैं और yes उनमें से एक भी Free नहीं हैं. जिनमें से आज हम 5 Amazing Promises of God in Hindi | परमेश्वर के 5 अद्भुत वायदे कौन से हैं ? देखने जा रहे हैं. जैसा कि हम जानते हैं परमेश्वर अपने कहे हुए से नहीं मुकरता उसके सभी वायदे पूरे होते हैं, और वो भी बिलकुल ठीक समय में परमेश्वर के वायदों में देरी नहीं होती.
बाइबल में परमेश्वर के वायदे की विशेषता
बाइबल में जो भी परमेश्वर ने मनुष्य के लिए वायदे किये हैं वे सभी परमेंश्वर की प्रतिज्ञाएं बिना पूरे हुए नहीं रहती. परमेश्वर ने हमारे लिए महान और बहुमूल्य प्रतिज्ञाएं की हैं. (2 पतरस 1:4) एक प्रकार से वे सभी वायदे और प्रतिज्ञाएं शपथ के साथ मतलब हाँ और आमेन के साथ पूरी होती हैं.
प्रत्येक वायदे की कुछ शर्त है मतलब जैसे यदि हम विश्वास करें या प्रभु में आदि. जब परमेश्वर हमसे अपने वचन के द्वारा कुछ बातें करते हैं और उस वचन को हम थाम लेते हैं और प्रार्थना करते हैं तो वह हमारे जीवन में पूरा होकर रहता है.
परमेश्वर के 5 अद्भुत वायदे | परमेश्वर की प्रतिज्ञाएं हिंदी में
परमेश्वर का पहला वायदा | परमेश्वर की पहली प्रतिज्ञा – उद्धारकर्ता यीशु मसीह
प्रभु यीशु मसीह के जन्म की भविष्यवाणी हजारों वर्ष पहले पुराने नियम में ही हो गई थी. परमेश्वर ने इस्राएल से अपने पुत्र यीशु को भेजने की प्रतिज्ञा की थी (प्रेरितों 13:23) और यहूदी लोग परमेश्वर के उस वायदे अर्थात एक मसीहा का इंतजार कर रहे थे. और गलातियों की पुस्तक 4:4 में लिखा है और समय पूरा हुआ परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा…
प्रभु यीशु में ही हमारी तमाम प्रतिज्ञाएं पूरी होती हैं. प्रभु यीशु की सभी शिक्षाएं अद्भुत हैं और उन्होंने जो भी चमत्कार किया उसमें उन्होंने कभी भी किसी भी चमत्कार के तरीके को दुहराया नहीं हमेशा अलग तरीके से चमत्कार किया. वो शान्ति का राजकुमार और अद्भुत युक्ति करने वाला परमेश्वर है. (यशायाह 9:6) वह हमारे लिए जगह तैयार करने स्वर्ग गया है और जल्द ही फिर से आने वाला है.
परमेश्वर का दूसरा वायदा :- पवित्रात्मा
पवित्रात्मा हमारा सहायक के रूप में दिया गया है, जो पवित्र जीवन जीने के लिए हमारी सहायता करता है. यह त्रिएक परमेश्वर का तीसरा व्यक्ति है. यह परमेश्वर का आत्मा है. यीशु मसीह ने कहा, जिसकी प्रतिज्ञा मेरे पिता ने की है, (लूका 24:49) जब पवित्रात्मा तुम पर आएगा तो तुम सामर्थ पाओगे …और जगत के छोर तक मेरे गवाह ठहरोगे. (प्रेरित 1:8)
पवित्रात्मा के अद्भुत कार्य हैं, जो प्रभु यीशु पर विश्वास करने वाले लोगों पर प्रगट होते हैं. जैसे यीशु ने कहा, जब पवित्रात्मा आएगा तो तुम्हें मेरी बातों में से लेकर तुम्हें सिखाएगा. वह सामर्थ देता है, स्वतंत्रता लाता है (2 कुरु 3:17) और हमारे जीवन को परिवर्तित कर देता है. (2 कुरु 3:18) परमेश्वर ने कहा है यदि तुम बुरे होकर अपने बच्चों को भली अच्छी वस्तुएं देना जानते हो तो क्या तुम अपने पिता परमेश्वर से पवित्रात्मा मांगोगे तो क्यों न देगा (लूका 11:13)
परमेश्वर का तीसरा वायदा :- अनंत जीवन
परमेश्वर ने हर मनुष्य के लिए अनंत जीवन देने का वायदा किया है उसने अपने पवित्रशास्त्र में कहा, परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वो नाश न हो वरन अनंत जीवन पाए. (यूहन्ना 3:16) अनंत जीवन पाने की शर्त है प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करना, और परमेश्वर के साथ चलना है.
अनंत जीवन क्या है ? अनंत जीवन एक ऐसा जीवन है जो इस धरती के बाद या शारीरिक मृत्यु के बाद हमें प्राप्त होगा. परमेश्वर ने वायदा किया है वहां कोई दुःख चिंता नहीं होगी और वहां कोई भूख या प्यास भी नहीं होगी. हम सदा सदा के लिए परमेश्वर के साथ रहेगे. जिसे स्वर्ग भी कहा जाता है. उसका बनाने वाला स्वयं परमेश्वर है.
परमेश्वर का चौथा वायदा :- जीवन का मुकुट
परमेश्वर ने कहा है तू जीवन का वह उकुत पाएगा जिसकी प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों से की है. (याकूब 1:12) बाइबल बताती है हमें जीवन का मुकुट तभी मिलेगा जब हम अंत तक विश्वास रखेंगे. क्योंकि ऐसा होगा कि अंत के समय में अनेक भ्रमित करने वाले या भरमाने वाले झूठे भविष्यवक्ता और झूठे शिक्षक आ खड़े होंगे.
ऐसे समय में बहुतों का विश्वास ठंडा पड़ जाएगा. लेकिन जो परमेश्वर से सच्चा प्रेम करते हैं उनके लिए सब बाते मिलकर भलाई को उत्पन्न करेगी और वे लोग अंत तक विश्वास में बने रहेंगे और जीवन का मुकुट पाएंगे.
परमेश्वर का पांचवा वायदा :- बहुतायत का जीवन
परमेश्वर केवल आत्मिक आशीषें ही नहीं वरन भौतिक आशीषें भी प्रदान करते हैं. बल्कि यूं कहें हमारी समस्त भौतिक आशीषें आत्मिक आशीषों के कारण ही आती है. प्रभु यीशु ने कहा, चोर (शैतान) किसी और काम के लिए नहीं बल्कि चोरी करने घात करने और नष्ट करने आता है…लेकिन मैं इसलिए आया ताकि तुम जीवन पाओ और बहुतायत का जीवन पाओ. (यूहन्ना 10:10)
परमेश्वर हमें कभी दुःख में या घिसटते हुए जीवन को देखकर खुश नहीं होता वरन परमेश्वर हमें हर प्रकार की आशीष बहुतायत से देना चाहते हैं ताकि न केवल स्वर्ग में बल्कि इस धरती में भी आशीषित जीवन जी सकें. उसने कहा जैसे तू आत्मिक उन्नति कर रहा है वैसे ही सब बातों में उन्नति करे. (3 यूहन्ना 1)
निष्कर्ष : हमने देखा परमेश्वर के वायदे जो विश्वास के साथ ही हमारे जीवन में पूरे होते हैं. ये धीरज के साथ प्रभु में चलते हुए उसकी आज्ञा का पालन करने से प्राप्त होते हैं. हमारी तमाम भौतिक आशीषें और परमेश्वर के वायदे का सीधा संम्बध हमारी आत्मिक आशीषों में निहित होते हैं. यदि हम आत्मिक रूप से बढ़ेंगे तो भौतिक रूप से भी आशीष पाएंगे.
बाइबल की प्रतिज्ञाएं हिंदी में | बाइबल के संदेश
मेरी यह प्रार्थना है, जैसे तू आत्मिक उन्नति कर रहा है वैसे ही सब बातों में आशीषित हो और भला चंगा रहे.
(3 यूहन्ना 1)
मत डर क्योंकि मैं तेरे संग हूँ, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ, मैं तुझे दृढ करूंगा और तेरी सहायता करूँगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूँगा.
यशायाह 41:10
मैं जो तेरे लिए योजनाएं बनाता हूँ उन्हें मैं जानता हूँ वो हानि की नहीं बल्कि लाभ ही की हैं और अंत में तेरी आशा पूरी करूँगा. (यिर्मयाह 29:11)
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पास्टर राजेश बावरिया (एक प्रेरक मसीही प्रचारक और बाइबल शिक्षक हैं)