दोस्तों आज हम Sermon illustrations | The best short motivational story in hindi को पढ़ेंगे इन कहानियों को आप अपने छोटे बाइबिल संदेश में इस्तेमाल कर सकते हैं.
कहानी #1 – छोटी बच्ची की प्रार्थना | short motivational story in hindi
"दया न्याय पर जयवन्त होती है." (याकूब 2:13)
एक बार की बात है सम्राट नेपोलियन ने एक कैदी को मृत्यु दंड की सजा सुनाई थी. और कुछ ही दिनों में उसे वो दंड दिया जाना था.
इस बात को सुनकर उसके घर के सभी लोग बड़े दुखी हुए लेकिन उस कैदी की बेटी ने हिम्मत की और सम्राट नेपोलियन के दरबार में आकर नेपोलियन से अपने पिता के लिए दया की विनती करने आई.
लेकिन उसे दरबार से निकाल दिया गया. नेपोलियन अपने आदेश पर अडिग रहा. लेकिन वो छोटी बच्ची लगातार आ आकर कहती रही कि,
“महाराज मैं न्याय नहीं मांग रही हूँ मैं आपसे दया की विनती कर रही हूँ.” और इस रीति से वो लगातार दया की विनती करती ही रही.
आखिरकार सम्राट नेपोलियन को इस छोटी बच्ची पर दया करना ही पड़ा और उसने उस छोटी बच्ची के कैदी पिता को इज्जत के साथ रिहा कर दिया.
कहानी की शिक्षा : इस छोटी कहानी से हम यही सीखते हैं कि, दया न्याय पर भारी होती है. हम सभी भी पापी हैं और परमेश्वर से न्याय के लिए नहीं अपितु दया के लिए विनती कर सकते हैं, जिस प्रकार अंधे बरतिमाई ने किया था…हे प्रभु दाउद की सन्तान यीशु मुझ पर दया कर. (मरकुस 10:47)
कहानी #2 – चींटियों की भाषा | short inspirational story in Hindi
"क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है." (लूका 19:10)
एक किसान के बेटे को जानवरों और पशु पक्षियों से बड़ा प्रेम था. वह अपने घर के आस आने वाले चिड़ियों को हमेशा दाना देता था.
कभी कभी वह अपने पिता के साथ अपने खेतों में भी जाया करता था.
एक दिन जब वह खेतों में होकर जा रहा था तो उसने देखा खेत के किनारे एक ऊंचा सा टीला बना हुआ है.
उसके पिता से पूछने पर उसे पता चला कि यह टीला चींटियों का घर है लाखो चींटियों ने मिलकर इस टीले को बनाई हैं.
एक दिन जब उसके पिता खेत में हल चलाने वाले थे…तो पिता जी ने देखा उनका बेटा उस टीले के पास जाकर जोर जोर से कह रहा है…
हे चींटियों जल्दी से भाग जाओ नहीं तो तुम मर जाओगी…यहाँ से हल चलेगा तो तुम्हारा घर टूट जाएगा. भागो जल्दी भागो…
पिता ने अपने बेटे की उस मासूम बात को देखकर…बेटे से कहा, बेटे तुम्हें चींटियों को समझाने के लिए उनसे बातें करने के लिए चींटियों की भाषा में बोलना होगा…उसके लिए तुम्हें चींटी बनना पड़ेगा…..
कहानी से सीख :- हम मानव जाति से प्रेम करने के कारण और हमें उद्धार का मार्ग बताने के लिए वो परमेश्वर प्रभु यीशु इस धरती पर मानव बनकर आ गया. और हमारी भाषा में हमें सुसमाचार सुनाया. कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा वो नाश न होगा बल्कि अनंत जीवन पाएगा.
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कहानी #3 – यीशु का प्यार | short motivational story in hindi
परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि अपना एकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वो नाश न हो बल्कि अनंतजीवन पाए. (यूहन्ना 3:16)
एक बाप और बेटा मार्केट में घूमने जा रहे थे. बेटा इस बड़े शहर में पहली बार घूमने के लिए आया हुआ था.
उसने देखा यहाँ तो मेले के जैसे बड़ी भीड़ है. और बहुत से दुकाने सजी हुई हैं.
उसने एक फोटो की दूकान में एक यीशु मसीह की बहुत बड़ी फोटो देखा जिसमें यीशु मसीह को क्रूस पर दोनों हाथों में कील से लटकाया हुआ दिखाया गया था.
इस बेटे ने यह तश्वीर पहली बार देखी थी. उसने अपने पिता से पूछा पिता जी ये कौन हैं और इन्होने दोनों हाथ क्यों फैलाए हुए हैं.
पिता जी ने थोड़ा कुछ कभी यीशु मसीह के विषय में सुन रखा था. इसलिए अपने बेटे को समझाते हुए बोले…
बेटा ये परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह हैं…और जब हम सभी मानव जाति ने उनसे पूछा की आप हमसे कितना प्यार करते हो…
तब यीशु मसीह ने अपने दोनों हाथों को फैलाकर बताया इतना और उस क्रूस पर हम सभी के लिए प्राण त्याग दिए.
कहानी से सीख : हाँ यीशु मसीह ने अपने आप को हमारे पापों के बदले हमारी खातिर उस क्रूस पर दर्दनाक मृत्यु सहकर दिखाया कि वो हमसे इतना प्यार करता है.
कहानी #4 – मेरे पास आओ | Sermon illustration in hindi
"परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा." याकूब 4:8
एक जंगल के पास लगे कंटीले तार के बाड़े में एक बंदर का पैर फंस गया था. दर्द के कारण बंदर जोर जोर से चीख रहा था.
लेकिन उसकी आवाज उस सूनसान इलाके में कोई नहीं सुन रहा था.
बंदर का पैर लहुलुहान हो चुका था. बंदर ने सब कोशिश कर ली लेकिन वह वहां से किसी भी तरह से बाहर नहीं आ पा रहा था.
तभी वहां से होकर एक भला व्यक्ति निकला, उसने बंदर को आजाद करने के मनसा से उसके पास गया, लेकिन बंदर ने उसे अपना शत्रु समझकर उसे काट लिया.
यह व्यक्ति घायल अवस्था में एक बार फिर से उसे छुड़ाना चाहा लेकिन बंदर ने वहां फंसे फंसे ही उस व्यक्ति पर दूसरे पंजे से प्रहार कर दिया और उस भले व्यक्ति को नकोट लिया…
व्यक्ति ने बंदर को उसी के हाल पर छोड़कर अपने रास्ते चला गया. दूसरे दिन वह व्यक्ति उसी रास्ते से होकर गुजरा तो देखा कि वो बंदर उसी कंटीले बाड़े में मरा हुआ पड़ा है….
कहानी से सीख: परमेश्वर भी इस संसार में पाप में फंसे लोगो को उनके पापों से बचाना चाहता है लेकिन बहुत से लोग उसके पास ही नहीं आना चाहते बल्कि जो लोग परमेश्वर के कामों में लगे हुए हैं उन्हें भी नुक्सान पहुंचाते हैं. प्रभु कहता है तुम मेरे पास आओ तो मैं तुम्हारे पास आऊंगा. (याकूब 4:8)
कहानी #5 – एक दूसरे का बोझ उठाओ | short motivational story in hindi
"तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो." (गलातियों 6:2)
एक बार की बात है एक गाँव में कई वर्षों तक बारिश न होने के कारण सूखा पड़ा और वहां अकाल के जैसे परिस्थिति हो गई.
सभी गाँव के लोगों ने निर्णय लिया कि वे इस गाँव को छोड़कर कहीं दूसरे स्थान में जायेंगे जहाँ नदी या पानी की सुविधा हो.
इस प्रकार सबने एक विचार करके अपना सारा सामान और जानवरों को लेकर उस गाँव से पलायन कर दिए. कई दिनों की यात्रा में वे लोग बहुत थक चुके थे और एक दूसरे को बुरा भला कह कर कोस भी रहे थे.
उन सभी को एक अँधेरी लम्बी गुफा से होकर गुजरना पड़ा. उस अँधेरे में बहुत से लोगों के पैरो में नुकीले नुकीले पत्थर चुभ रहे थे.
कई लोग परमेश्वर को बुरा भला कह रहे थे कुछ लोग अँधेरे में ही अपने घावों में पट्टी बंधने लगे. लेकिन कुछ और भी लोग थे जिन्हें पत्थर चुभने पर उन्होंने सोचा ये पीछे आने वाले लोगों को न चुभ जाएं.
इसलिए उन्होंने जितने भी पत्थर चुभते उन सभी पत्थर को अपनी कपड़े की पोटली में बांधते जाते. और इस रीति से उन्होंने बहुत से पत्थरों को अपनी पोटली में बाँध लिया था.
जब सभी गाँव के लोग उस लम्बी गुफा को पार किये तो सुबह हो चुकी थी. और जिन्होंने नुकीले पत्थरों को अपनी पोटली में बाँधा था उन्होंने देखा तो उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा क्योंकि वे सभी पत्थर वास्तव में हीरे थे.
जो उन्होंने से बटोरे थे. अब वे सबसे अमीर व्यक्ति हो चुके थे. लेकिन जो दूसरे लोगों को कोस रहे थे वे केवल हाथ मलते रह गए.
कहानी से शिक्षा : जो दूसरे लोगों के लिए भला सोचते हैं उनके लिए भलाई ही होती है…जिस बाइबल में लिखा है जो दूसरे की खेती सींचता है उसकी खेती भी सींची जाएगी.
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