जन्मदिन-पर-आशीर्वाद-संदेश

जन्मदिन पर आशीर्वाद संदेश | Best Powerful Birthday sermon in Hindi

Spread the Gospel

दोस्तों आज हम देखेंगे जन्मदिन पर आशीर्वाद संदेश | Best Powerful Birthday sermon in Hindi इस संदेश को आप किसी आशीष जन्मदिन के लिए बाइबल छंद में बोल सकते हैं. तो आइये शुरू करते हैं.

जन्मदिन पर आशीर्वाद संदेश

जन्मदिन-पर-आशीर्वाद-संदेश
जन्मदिन-पर-आशीर्वाद-संदेश Image by Harry Strauss from Pixabay
तुम एक चुना हुआ वंश, राज पदधारी याजको का समाज और पवित्र लोग और परमेश्वर की निज प्रजा हो इसलिए कि जिसने तुम्हें अधंकार में से अपनी ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करें. (1 पतरस 2:9) 

परमेश्वर ने आपको याजको और राजाओं का दर्जा दिया है. आप राजकीय खानदान से हैं. इसलिए अपने आपको एक राजा के रूप में देखिए.

आज से ही अपने आप को राजकीय रूप में देखना आरम्भ करें. किसी घमंड के लिए नहीं बल्कि नम्रता के साथ आत्मिक रूप से.

इसका मतलब ये नहीं की आप बाकी लोगों से बहुत बढ़िया हैं लेकिन आप किसी से कम भी नहीं हैं.

देखिये सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने आपके अन्दर अपनी स्वांस को फूंका है और इस धरती पर भेजा है. आप साधारण नहीं हो.

आज का बाइबिल वचन

आप राजाओं के राजा की सन्तान हैं

परमेश्वर ने आपको आदर का मुकुट पहिनाया है. इसी कारण अपने आप को राजकीय समझना प्रारंभ कीजिए.

राजकीय रूप से चलना शुरू करें. राजकीय रूप से बातें करें और राजकीय रीती से ही कार्यों को करना आरम्भ करें.

जब आप ऐसा करेंगे तो आप पर हीन भावना हावी नहीं होगी. मनुष्य के जीवन में हीन भावना तभी आती है जब हम अपने आप को पहिचान नहीं पाते.

अपनी अंदरूनी शक्ति सामर्थ को पहिचान नहीं पाते और दूसरों से अपनी तुलना करते रहते हैं. और दूसरों की बाहरी बातों से हम गुमराह हो जाते हैं.

हीन भावना एक ऐसा घुन के समान है जो शरीर के भीतर दिमाग में घुस कर हमें अंदर से पूरी रीति से खोखला करके रख देता है.

एक हीन भावना से ग्रसित व्यक्ति मानसिक रूप से अशांत और हमेशा चिंता से घिरा रहता है. लेकिन पवित्रशास्त्र हमसे कहता है.

आप परमेश्वर के एक मास्टर पीस हैं

आप परमेश्वर की सर्वोत्तम रचना हो अर्थात आप उसके एक मास्टरपीस हो आपके अंदर उसी परमेश्वर का अंश है.

और परमेश्वर की रचना कभी भी सामान्य नहीं हो सकती. इसलिए जिस बुलाहट में परमेश्वर ने हमें बुलाया है उसे हमेशा अपने अंदर जागृत रखें.

महान दार्शनिक इमर्सन ने कहा था, “संसार में बहुत कम मनुष्य ऐसे हैं जो कि मरने से पूर्व आत्म-परिचय प्राप्त कर पाते हैं. इस दुनिया से अधिकाँश लोग अपना कार्य सम्पन्न किये बगैर ही कूच कर जाते हैं. उस्न्हें अपनी कार्यक्षमता का ज्ञान ही नहीं हो पाता है.”

इमर्सन महान दार्शनिक

जीवन में दो दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं एक दिन जब आपने जन्म लिया और दूसरा वो दिन जब आपको पता चला कि क्यों जन्म लिया. मतलब अपने जीवन का उद्देश्य पता कर लिया.

उनका कहना है मनुष्य का खुद को पहचानना सबसे कठिन कार्य है. कोई भी मनुष्य खुद बिना परमेश्वर की सहायता के पहचान नहीं पाता है.

वह सदैव अपने बाहरी रूप के भुलावे में रहता है. जब आप अपने मन में पक्का कर लेते हैं कि परमेश्वर ने जो कुछ बनने और करने के लिए आपको बनाया है.

आप वही कर रहे हैं. आप उसी मार्ग में हैं तो आपके अंदर से तमाम तुच्छ भावना और हीन भावना निकल जाती है. फिर आप अपने आप को तुच्छ नहीं समझते.

फिर आप दूसरों के कामों और बाहरी बातों से अपनी तुलना नहीं करते. परमेश्वर ने आपको भिन्न वरदान दिए हैं. हो सकता है आपका मित्र डॉक्टर, इंजीनियर या और किसी पद में हो.

या हो सकता है आपके पास कोई कॉलेज की डिग्री न हो. देखिये आपकी बढाई या आपकी महत्ता इसमें नहीं है कि आप संसार में कैसा प्रदर्शन करते हैं.

या आपके नाम के आगे कौन सा टाइटल लगा हुआ है. आपका सबसे बड़ा पद और गर्व की बात यह है कि आप सर्वशक्तिमान की सन्तान हैं.

कभी हिम्मत न हारें

आप परमेश्वर के गुणों को प्रकट करने के लिए बुलाए गए हैं

आप को सर्वोत्तम काम के लिए सृजा गया है. आप अद्भुत रीती से सृजे गए हैं. उसने आपका अभिषेक किया है. आपकी अहमियत आप जो करते हैं उसमें नहीं है बल्कि उसमें हैं कि जो आप हैं.

यदि आप बाहरी रूप से लोगों के साथ अपनी तुलना करेगे तो आप अपने आप को प्रमाणित करने के लिए अपनी कार, गाड़ी,

बंगला, अपना व्यापार, और ऊंचा पद दिखाकर आप यह बताने की कोशिश करेंगे कि आप कितने महत्वपूर्ण हैं.

इस संसार में यह सब होना बुरा नहीं है. लेकिन यह सब कुछ नाशवान थोड़े समय का और बाहरी है. परन्तु जिस बात के लिए परमेश्वर ने आपको बुलाया है और बनाया है.

वो है परमेश्वर की सन्तान बनना और उसके साथ संगती करना. आप अपने जीवन में सबसे पहला दर्जा या प्रार्थमिकता अपने बनाने बाले अपने सृजनहार को दीजिए.

उसी पर अपना पूरा ध्यान केन्द्रित करें. आप जो कुछ भी करते हैं परमेश्वर के लिए करें. इसके लिए अपना सर्वोत्तम दें.

ताकि दुनिया से नहीं परन्तु परमेश्वर से शाबाशी और प्रसंसा प्राप्त कर सको.

Conclusion

दोस्तों मैं विश्वास करता हूँ यह जन्मदिन पर आशीर्वाद संदेश आपको पसंद आया होगा. हमेशा स्मरण रखें आपको और मुझे परमेश्वर ने अंधकार से अपनी ज्योति में बुलाया है ताकि उसके गुणों को हम प्रगट कर सकें.

यदि आप इसी प्रकार का आज का वचन प्रतिदिन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे हिंदी बाइबिल स्टडी app को गूगल प्ले स्टोर से डाउन लोड करके

आप इस लिंक से उस लेख को पढ़ सकते हैं.. यह अभी बिलकुल फ्री है. दैनिक बाइबिल पाठ में आज का बाइबल वचन पढ़ना हमारे दिन को तरोताजा कर देता है.

इन्हें भी पढ़ें

परमेश्वर की भेंट पर तीन अद्भुत कहानियां

यीशु कौन है

हिंदी सरमन आउटलाइन

पवित्र बाइबिल नया नियम का इतिहास

हिंदी सरमन आउटलाइन

पवित्र बाइबिल नया नियम का इतिहास

https://biblevani.com/
पास्टर राजेश बावरिया (एक प्रेरक मसीही प्रचारक और बाइबल शिक्षक हैं)

rajeshkumarbavaria@gmail.com


Spread the Gospel

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Scroll to Top